बिहार के पिछड़ेपन के लिए राजद-जदयू और भाजपा समान रूप से बताया जिम्मेदार
मोतिहारी / राजन द्विवेदी। बिहार के युवाओं को प्रशांत किशोर के नेतृत्व वाले जन सुराज से जुड़कर बिहार में सत्ता परिवर्तन की लडा़ई मजबूती से लड़ने हेतु आगे आना होगा। सत्ता बदलकर ही बेहतर व्यवस्था बनाई जा सकती है। उक्त बातें कल शाम बंजरिया प्रखण्ड के जटवा मिडिल स्कूल में आयोजित प्रखण्ड कार्यकर्ता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए जन सुराज के नेताओं ने कही।
जन सुराजियों ने कहा कि अब तक बिहार के लोगों को विभिन्न राजनीतिक दलों ने जात-पांत, धर्म- मजहब और क्षेत्र वाद में बांट कर वोट ठगते रहें हैं। इन नेताओं ने बिहार के विकास की कोई चिंता नहीं की। कहीं कल कारखाने नहीं लगाए गए और ना ही खेती किसानी को मुनाफेदार बनाने की योजनाएं अमल में लाई गई।
बेरोजगारी चरम पर है और हर रोज बिहारियों को रोजगार के लिए देश के दूसरे प्रदेशों में पलायन करना पड़ता है जहां जिल्लत भरी जिंदगी जीने को मजबूर होते हैं। बिहार में पिछले बत्तीस वर्षों से लालू , नीतीश और भाजपा की सरकारों ने शिक्षा व्यवस्था को साजिशन चौपट कर दी ताकि लोगों की ज़हालत का फायदा वोट के लिए उठाए जाते रहें।
रही सही कसर नौ वर्षों के शासन में भाजपा और मोदी सरकार ने पूरी कर दी जिसने कभी बिहार के पिछड़ेपन, बेरोजगारी, गरीबी, अशिक्षा आदि लम्बे अर्से से लंबित समस्याओं का समाधान नहीं किया। केवल लोगों में मजहबी उन्माद पैदा किया है। बिहार के पिछड़ेपन और इस मौजूदा बदहाली के लिए राजद- जदयू और भाजपा समान रूप से जिम्मेदार है।
सभा की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष वीर प्रसाद महतो ने किया जबकि सभा को जिला महासचिव जयमंगल कुशवाहा, जिला मुख्य प्रवक्ता संजय कुमार ठाकुर, प्रवक्ता डॉ मंजर नसीम, जिला युवा मुस्लिम मोर्चा संयोजक तारिक अनवर चंपारणी, सिकरहना अनुमंडल अध्यक्ष मुन्ना सिंह, संजीव कुमार सिंह समेत अनेक नेताओं ने संबोधित किया।