वाराणसी: जनार्दन प्रसाद के निधन से बारी समाज में शोक

उत्तर प्रदेश

डेस्क : अखिल भारतीय बारी संघ की जिला इकाई वाराणसी के अध्यक्ष जनार्दन प्रसाद के निधन से बारी समाज आहत है. पेशे से इंटर कालेज के प्रधान सहायक जनार्दन प्रसाद के निधन पर ( बड़ा बाबू) बारी समाज के लोगो द्वारा शोक संवेदन व्यक्त करने वालो का अब तक तांता लगा हुआ है. उनके निधन पर अखिल भारतीय बारी संघ, बारी समाज, बारी महासंघ, शिव रूप सेना एवं बारी समाज संस्था महा सभा आदि जातिय संगठन से जुड़े लोगो द्वारा शोक संवेदना व्यक्त की गई है.

इसी कड़ी में अखिल भारतीय बारी संघ की जिला इकाई वाराणसी की एक बैठक सुरेन्द्र प्रसाद के आवास पर हुई. इस मौके पर अखिल भारतीय बारी संघ की जिला इकाई वाराणसी के सदस्यों द्वारा मृतक के आत्मा की शांति एवं दुःख की घड़ी में शोक संत्पत परिजनों के बीच धैर्य व साहस बनाए रखने को लेकर दो मिनट का मौन व्रत रख कर ईश्वर से प्रार्थना की गई. इस मौके पर वाराणसी के अधिकांश बारी बंधुओं में संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता त्रिलोकी प्रसाद, सचिव मनबोध रावत. मनोज कुमार, मनन जी, अनिल कुमार , विनय कुमार, सतीश कुमार एवं राजेश कुमार आदि लोग मौजूद थे.

इसके पहले बाबू जनार्दन प्रसाद के निधन पर संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह अधिवक्ता राम धनी भारती, पटना के शिव शंकर प्रसाद, पत्रकार अरुण कुमार विक्रांत, मुजफ्फरपुर के अवकाश प्राप्त दारोगा जगदीश रावत, अवकाश प्राप्त डीसीओ संजय कुमार रावत, स्वास्थ विभाग के अवकाश प्राप्त रांची सचिवालय प्रशाखा पदाधिकारी मदन प्रसाद, झारखंड बारी संघ के अध्यक्ष बृजेश प्रसाद, वाराणसी कैंट संजय कुमार धनबाद के शिक्षक राज किशोर कुमार, केशव प्रसाद,

रोहतास के आकाश कुमार, राजेन्द्र प्रसाद एवं केसठ के अजय विक्रांत उर्फ पप्पू आदि कई लोगो ने शोक संवेदना व्यक्त की है. अखिल भारतीय बारी संघ के उपाध्यक्ष अधिवक्ता रामधनी भारती ने कहा कि जनार्दन प्रसाद जी बारी समाज को एकसूत्र में बांधने की दिशा मे आजीवन जुटे रहे. स्व प्रसाद शांत स्वभाव व सहज सादगी के प्रतिमूर्ति थे. वाराणसी इकाई के मनन जी ने कहा कि बारी संघ वाराणसी के जिलाध्यक्ष जनार्दन प्रसाद के निधन से संघ को अपूरणीय क्षति हुई है.