समस्तीपुर, कौशलेंद्र। पिछले दो दिनों से मानसून की लगातार हो रही भारी बारिश के कारण शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक के लोगों का जनजीवन बिल्कुल अस्त व्यस्त हो गया है। शहर की जहां सभी सड़कों पर पानी लगा हुआ है, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में लगी खरीफ की फसलों को भी काफी नुकसान हो रहा है। बतातें चले कि कल यानी शुक्रवार को जब बारिश की शुरुआत हुई तो स्थिति इतनी गंभीर नहीं थी, जितनी आज शनिवार की हुई बारिश ने हालात को एक नाजुक मोड़ पर ला खड़ा कर दिया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले किसानों का बताना है कि अगर इससे ज्यादा और बारिश हो जाती है तो खेतों में लगी फासले पूरी तरह बर्बाद हो जाएगी। इतना ही नहीं किसानों ने यह भी बताया कि कुछ दिनों के बाद तिलहन की फसलों की बुआई शुरू होगी। अगर खेतों में पानी लग रहा तो सही समय पर बुआई नहीं होगी। जिसका असर किसानो को आर्थिक तंगी झेल कर साल गुजरना पड़ेगा।
इधर सबसे ज्यादा गंभीर स्थिति शहर में रहने वाले लोगों की बन गई है। नगर पालिका से नगर निगम में तब्दील हुए लगभग 1लाख की आबादी वाले समस्तीपुर शहर के कार्य सभी मोहल्ले में जल जमाव की स्थिति बन गई है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति शहर के पंजाबी कॉलोनी गली नंबर 1 में रहने वाले लोगों के अलावा कृष्णापुरी, विवेक विहार मोहल्ला, धरमपुर, काशीपुर, बाडा़ पत्थर, जितवारपुर आदि मोहल्ले की बनी हुई है।
वार्ड नंबर 1 पंजाबी कॉल न्यू के भीतरी क्षेत्र में रहने वाले पूर्व बैंक कर्मी एवं एक कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर दीपक कुमार का बताना है कि दो दिनों से उनके मोहल्ले में रहने वाले लोगों की स्थिति काफी नारकीय बन गई। इस मोहल्ले की सड़कों पर घुटने से कमर तक पानी लगा हुआ है। हालांकि गंभीर स्थिति को देखते हुए कुछ मोहल्ले में पंप सेट द्वारा पानी निकालने की कोशिश की जा रही है।
लेकिन यहां के लोगों का बताना है कि यह ऊंट के मुंह में जीरा के फोरन की तरह साबित हो रहा है। इन्होंने बताया कि जब नगर परिषद से नगर निगम में इस समस्तीपुर शहर को तब्दील किया गया था उसे समय एक आशा की किरण जगी थी की अब इस मोहल्ले की स्थिति सुधर जाएगी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिस तरह लगातार बारिश हो रही है हालत काफी गंभीर बन जाएगा।