Desk : आज विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर मुस्कुराए कानपुर द्वारा कानपुर में पर्यटन की संभावनाएं विषय पर गोष्ठी का शुभारंभ जिला पर्यटन समिति के समन्वयक एवं पर्यटन विशेषज्ञ डॉ सुधांशु राय, रंगमंच विशेषज्ञ रतन राठौर, डॉ बी एन आचार्य एवं संयोजक शिखा शुक्ला द्वारा किया गया l
मुख्य वक्ता डॉ सुधांशु राय ने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से बिठूर सबसे महत्वपूर्ण स्थल है जहां हम धार्मिक और ऐतिहासिक पर्यटन के साथ-साथ ग्रामीण पर्यटन को भी विकसित कर सकते हैं l उन्होंने शहर के विद्यालयों के प्रधानाचार्य को अपने छात्र-छात्राओं हेतु कानपुर के पर्यटक स्थलों का भ्रमण करने का विचार दिया जिससे युवा अपने शहर की संस्कृति, इतिहास एवं परिवेश को भी जाने l
उन्होंने कानपुर दर्शन के नाम से प्रत्येक रविवार जिला प्रशासन के सहयोग से टूरिस्ट बस संचालित करने पर भी विचार रखा l
डॉ सुधांशु ने कहा पर्यटन के क्षेत्र में नवाचार नवाचार की भी असीम संभावनाएं हैं जिससे हम पर्यटन के नए स्वरूप को भी विकसित कर सकते हैं l विशिष्ट वक्ता रतन राठौर ने शहर के युवाओं के मध्य पर्यटन जागरूकता पर जोर देते हुए उनके मध्य पर्यटन विषय पर प्रतियोगिताएं करने को कहा l
उन्होंने कला एवं संस्कृति को पर्यटन का अभिन्न अंग बताते हुए उसके प्रोत्साहन हेतु आवश्यक कदम उठाने को कहा l संयोजक शिखा शुक्ला ने बताया कि मुस्कुराए कानपुर द्वारा पर्यटन के प्रोत्साहन हेतु जिला स्तर पर स्लोगन प्रतियोगिता भी कराई जा रही है जिसके विजेताओं की घोषणा 28 सितंबर को की जाएगी जिनके प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय विजेताओं को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार भी प्रदान किए जाएंगे l
डॉ बी एन आचार्य ने कहा कि पर्यटन किसी भी शहर की खुशहाली में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और रोजगार सृजन में भी योगदान देता है l जागरण कॉलेज की शिक्षिका अभिलाषा चौधरी ने बताया कि कानपुर नगर में भीतरगांव, निबिया खेड़ा, बेहटा बुजुर्ग जैसे गुप्तकालीन मंदिर भी मौजूद है जिस पर अच्छी कार्य योजना बनाकर पर्यटन का विकास किया जा सकता है l