Biharsharif/Avinash pandey: भारत में ई-चालान की बढ़ती लोकप्रियता का फायदा उठाते हुए, साइबर अपराधी अब लोगों को ई-चालान के माध्यम से ठग रहे हैं। इस ठगी में, साइबर अपराधी लोगों को फर्जी लिंक भेजता है, जो वास्तविक ट्रैफिक पुलिस वेबसाइट की तरह दिखता है। एक बार जब आप लिंक पर क्लिक करते है तो साइबर अपराधी आपकी व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी मांगता और आप जैसे ही जानकारियां देते वैसे ही आप ठग के शिकार हो जाते हैं।
उदाहरण के तौर पर मैं आपको बता दूं कि इस तरह के मामले में ठग लोगों को एक फर्जी ई-चालान मैसेज भेजता है। जिसमें कहा जाता है कि उसके खिलाफ एक चालान जारी किया गया है। मैसेज में एक लिंक रहता। जिस पर लोगों को चालान का भुगतान करने के लिए कहा जाता है। जब ठग के द्वारा दिए गए लिंक पर आप क्लिक करेंगे तो आप एक फर्जी वेबसाइट पर चले जायेंगे।
जो वास्तविक ट्रैफिक पुलिस वेबसाइट की तरह दिखती है। अब आप ठग के ठगी के शिकार होने दहलीज पर होंगे और उस वेबसाइट पर अपनी व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी दर्ज करेगे और साइबर अपराधी इस जानकारी का उपयोग आपके बैंक खाता खाली करने के लिए करेगा। वहीं साइबर डीएसपी नालंदा ज्योति शंकर ने बताया है कि नालंदा जिले में अब तक ई- चालान ठगी के एक भी मामले दर्ज नहीं हुए हैं।
ई-चालान ठगी से बचने के लिए खास सावधानियां
- किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले उसे सावधानी से जांच लें।
- अपनी व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी किसी भी व्यक्ति या वेबसाइट के साथ साझा करने से पहले सावधानी बरतें।
- यदि आपको ई-चालान घोटाले के बारे में संदेह है, तो कृपया तुरंत अपने बैंक को सूचित करें और साइबर अपराध पुलिस में शिकायत दर्ज करें
कहते हैं साइबर डीएसपी
ई-चालान ठगी भी अन्य ठगी के तरीकों की तरह एक गंभीर समस्या है। इस तरह के ठगी से बचने के लिए, लोगों को साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूक होने की आवश्यकता है और सावधानियां बरतना बेहद जरूरी है।
ज्योति शंकर,साइबर डीएसपी,बिहारशरीफ