सेंट्रल डेस्क : दिल्ली में पत्रकारों की गिरफ्तारी के खिलाफ लड़ने के लिए बिहार कमर कस कर खड़ा हो रहा है। पटना में प्रतिवाद मार्च होने जा रहा है। हिरासत में लिए गये पत्रकारों का गुनाह है कि ये सरकार से सवाल पूछते हैं।
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को देश के जाने-माने पत्रकार उर्मिलेश Urmilesh, अभिसार शर्मा Abhisar Sharma और भाषा सिंह Bhasha Singh , परंजॉय गुहा ठाकुरता Pranjoy Guha Thakurta, प्रबीर पुरकायस्थ, संजय राजौरा , ओनिंद्यो, सोहैल हाशमी के घरों पर एक साथ छापेमारी की। इन पत्रकारों के मोबाइल फोन, लैप टॉप समेत इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स भी जब्त कर लेने की खबर है।
पत्रकार प्रशांत टंडन ने कहा कि भाषा सिंह और अभिसार शर्मा जैसे सीनियर पत्रकारों के घरों में छापा मारना, इनके लैपटॉप – मोबाइल जब्त करना शर्मनाक है और प्रेस की आज़ादी पर हमला है. ये सभी पत्रकार निष्पक्ष और निडर हैं इसीलिये प्रताड़ित किये जा रहे हैं.
पत्रकार जितेंद्र कुमार ने कहा कि अभिसार, उर्मिलेश, प्रबीर पुरकायस्थ, भाषा,संजय राजौरा,,सोहैल हाशमी व प्रंजोय में से अधिकांश को निजी तौर पर भी जानता हूँ. इनलोगों ने पत्रकारिता को छोड़कर और कुछ नहीं किया है।
राजद नेता और राज्यसभा सांसद प्रोफेसर मनोज झा ने कहा है ,वरिष्ठ पत्रकार सह चिन्तक उर्मिलेश जी, सोहेल हाशमी, अभिसार शर्मा, भाषा सिंह, संजय राजौरा, प्रबीर पुरकायस्थ, अनिन्द्यो चक्रवर्ती समेत कई साथियों के घर सत्ता शीर्ष के आदेश पर पुलिस अपना घिनौना चेहरा दिखा रही है. कईयों को लोदी रोड पुलिस स्टेशन अकारण ले जाया गया है.