रात में दुकान बंद कर लौट रहे दो सहोदर भाइयों को अपराधियों ने गोलियों से भून डाला, मोके पर ही हुई दोनों की मौत

समस्तीपुर

समस्तीपुर, जिले के रोसरा थाना अंतर्गत पांचोंपुर ग्राम के रहने वाले दोसा हो दर भाई अमित चौधरी और सुजित चौधरी को बुधवार की रात लगभग 11:00 बजे अपराधियों के गिरोह के द्वारा लूटपाट के दौरान प्रतिरोध करने पर गोलियों से भून डाला गया। मोके पर ही दोनों की मौत हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद सभी अपराधी अंधेरे में आराम से निकल गए।

ग्रामीणों का बताना है कि दोनों भाई मिलकर एक किराना की दुकान चलाया करते थे। बाकी दिनों में दुकान तो 8 से 9 बजे के बीच बंद हो जाया करती थी लेकिन दुर्गा पूजा को लेकर इन दोनों देर रात दोनों भाई दुकान बंद कर घर आया करते थे।

जानकारी के मुताबिक बुधवार की रात लगभग 11:00 बजे दोनों भाई सुजित चौधरी (40) वर्ष और अमित चौधरी (32वर्ष) अपने ही गांव के अंतिम छोर पर बनी किराने की दुकान को बंद कर एक हीं बाइक से घर लौट रहे थे। इसी बीच गांव के ही एक सुनसान स्थान पर पहले से घात लगाए तीन से चार की संख्या में अपराधियों के गिरोह ने उन दोनों को पिस्तौल की नोक पर रुकने का इशारा किया।

डर से दोनों भाई बाइक रोक कर खड़े हो गए। अपराधियों ने उनसे रूपए पैसे लूटने का प्रयास किया। जब दोनों भाइयों के द्वारा इसका प्रतिरोध किया जाने लगा तो दोनों भाइयों के साथ अपराधियो के गिरोह के साथ झड़प होने लगी। इसी बीच इसमें से एक अपराधी ने अपने पास रखे पिस्टल से दोनों ऊपर गोलियां चलाने लगा।

बताया गया है कि दोनों भाइयों को कई गोलियां लगी। दोनों मौके पर ही गिर गए और अपराधियों ने उनके पास रखें दिन भर के सभी बिक्री के पैसे लूट कर आराम से चलते बने। इधर जब कुछ ग्रामीणों के द्वारा गोलियों की आवाज सुनी गई तो मौके पर पहुंच कर उन लोगों ने देखा सुजित चौधरी और अमित चौधरी लहू लहान होकर सड़क पर तड़प रहे थे।

तत्काल उन दोनों को रोसरा अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों ने इन दोनों को भाइयों को मृत घोषित कर दिया। इधर रात में ही इस घटना की जानकारी होते ही लोगों में काफी आक्रोश फैल गया है।

क्या कहती है पुलिस—
इस संबंध में पूछे जाने पर रोसरा अनुमंडल के डीएसपी शिवम कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी होते ही पुलिस पूरी एक्शन में आ गई है। उन्होंने यह कहा कि संभवत लूटपाट के दौरान ही दोनों भाइयों को गोली मारकर हत्या कर दी गई है। तुमने बताया कि अभी तक प्राथमिक की दर्ज नहीं की गई है फिर भी पुलिस शंका के आधार पर अपराधियों की खोज बीन करते हुए छापामारी अभियान में लगी हुई है।