डेस्क। बिहार में टीचर बनने का सपना देख रहे युवाओं के लिए यह काफी अच्छी खबर है। राज्य सरकार जल्द ही टीचर बहाली को लेकर खाली पड़े 70हज़ारों सीटों पर बहाली निकालने वाली है। इसको लेकर शिक्षा विभाग ने बुधवार को सामान्य प्रशासन विभाग को अधियाचना भेज दी।
इसके बाद सामान्य प्रशासन विभाग के माध्यम से यह अधियाचना बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) को भेजी जाएगी। उसके बाद इसको लेकर बहाली प्रक्रिया शुरू की जाएगी। राज्य में मध्य, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की नियुक्ति इस चरण में होनी है।
इनमें माध्यमिक-उच्च माध्यमिक शिक्षकों के 37,710 पद हैं। वहीं, मध्य विद्यालय के शिक्षकों के 31,982 पद हैं। ऐसे में अब राज्य सरकार 70 हजार पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति करने वाला है। इतना ही नहीं शिक्षा विभाग के तरफ से यह भी गुणा – भाग कर लिया गया है कि इन टीचरों की बहाली के बाद राज्य सरकार पर वित्तीय बोझ कितना आएगा।
शिक्षा विभाग का मानना है कि 70 हजार पदों पर बहाली पूरी होने के बाद उनके वेतन आदि मद पर सालाना 5512 करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्च आएगा। मालूम हो कि,लोक सेवा आयोग के तरफ से नई टीचर बहाली का विज्ञापन अक्टूबर के अंतिम या नवंबर के पहले सप्ताह में निकल सकता है।
शिक्षा विभाग ने पहले ही घोषणा कर दी है कि शिक्षक नियुक्ति के दूसरे चरण की जिम्मेवारी बीपीएससी को सौंपी जाएगी। जिन विषयों में निर्धारित सीट से कम अभ्यर्थी मिले हैं, इन विषयों के रिक्त पदों को आगे की नियुक्ति में जोड़ा जाएगा। बताते चलें कि, एक लाख दस हजार पद पर वर्तमान में चल रही शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक के करीब 40 हजार पद खाली रह गए हैं।
अगले चरण की नियुक्ति में इन पदों को भी अगर जोड़ा जाये तो कुल रिक्तियों की संख्या एक लाख दस हजार हो जाएगी। शिक्षा विभाग की ओर से दूसरे चरण के लिए 70 हजार रिक्तियां पहले ही तय की जा चुकी हैं।