पूर्णिया : संस्थागत प्रसव, एएनसी और टीकाकरण में पूर्णिया जिला को राज्य में पहला स्थान मिलने पर जिलाधिकारी ने कहा, बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना हमलोगों की पहली प्राथमिकता

पूर्णियाँ

उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सकों को किया गया सम्मानित:….

पूर्णिया (राजेश कुमार झा) : जिले के आखिरी व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है.क्योंकि सरकार और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में हर तरह की सुख सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई है.उक्त बातें जिलाधिकारी श्री कुन्दन कुमार ने समाहरणालय सभागार में स्वास्थ्य कार्यक्रमों से संबंधित जिलास्तरीय समीक्षात्मक बैठक के दौरान कही.

संस्थागत प्रसव, एएनसी और टीकाकरण में पूर्णिया जिला का राज्य में पहला स्थान:—– जिलाधिकारी

जिलाधिकारी श्री कुन्दन कुमार ने कहा कि संस्थागत प्रसव, बच्चों के टीकाकरण जैसे-बीसीजी और ओपीवी और त्रैमासिक में प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) के पंजीकरण के मामले में पूर्णिया जिला ने राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया है.कहा कि अभी भी कुछ विभागों में सुदृढ़ीकरण की आवश्यकता है.

जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराना हम सभी की पहली प्राथमिकताओं में शामिल करना बेहद जरूरी है. क्योंकि सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग स्थानीय क्षेत्र की जनता को हर तरह की सुख सुविधाएं उपलब्ध करा रही हैं.बेहतरीन सुविधा एवं व्यवस्था प्रदान करने के लिए आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई गयी हैं.

टेलीमेडिसिन सेवाओं को जनांदोलन के रूप में कार्य करने की जरूरत:————- जिलाधिकारी

टेलीमेडिसिन सेवाओं के संबंध में जिला योजना समन्वयक सुधांशु शेखर ने जिला पदाधिकारी महोदय को बताया कि जिले के सभी प्रखंडों में 472 स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत 461 स्पोक में 417 केंद्रों के माध्यम से टेलीमेडिसिन की सेवाएं दी जाती हैं. जिसमें मार्च में 7484,अप्रैल में 14170, मई में 29799, जून में 26659, जुलाई में 26743, अगस्त में 30473, सितंबर में 24415 जबकि अक्टूबर महीने में 17772 टेलीमेडिसिन की सेवाएं ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ), स्टाफ नर्स और एएनएम के द्वारा ऑनलाइन विशेषज्ञ चिकित्सकों के माध्यम से उपलब्ध करायी गई.

जिलाधिकारी ने कहा कि इस कार्यक्रम को जनांदोलन के रूप में लेकर कार्य करने की जरूरत है.क्योंकि बहुत ही जल्द पंचायत सरकार भवन स्तर पर टेलीमेडिसिन की सुविधाएं बहाल होंगी.

उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सकों को किया गया सम्मानित: ———

वहीं जिले के चिकित्सकों द्वारा नियमित रूप से चिकित्सा सेवा मुहैया कराने में कसबा की चिकित्सा पदाधिकारी डॉ0 नीतू कुमारी को प्रथम,डगरूआ की डॉ0 गजाला यास्मीन को द्वितीय जबकि पूर्णिया सिटी स्थित यूपीएचसी के एमओआईसी (आयुष) डॉ0 आर0 पी0 सिंह को तृतीय पुरस्कार से जिलाधिकारी श्री कुन्दन कुमार और डीडीसी साहिला के द्वारा समाहरणालय सभाकक्ष में सम्मानित किया गया. जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में दंत चिकित्सको के द्वारा जांच की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। सितंबर महीने में जिले के सरकारी अस्पतालों में 8464 संस्थागत प्रसव कराया गया है.

संस्थागत प्रसव की सूचना नही देने वाले निजी नर्सिंग होम संचालकों पर जिलाधिकारी ने जताई नाराजगी: —-

वही स्वास्थ्य विभाग के द्वारा शहर के 74 निजी अस्पतालों में से 62 नर्सिंग होम के संचालकों द्वारा 1014 प्रसव की जानकारी दी गई है.शेष 12 निजी नर्सिंग होम संचालकों में लाइफ लाइन इमरजेंसी हॉस्पिटल,शिफा नर्सिंग होम एंड क्रिटिकल सेंटर, मन्नत हॉस्पिटल, एसएन मेमोरियल इमरजेंसी हॉस्पिटल, सरस्वती देवी नर्सिंग होम,डॉ0 जी शाहीन नर्सिंग होम,द फोर्टिस हॉस्पिटल, नोवेल न्यूरों एंड ट्रॉमा हॉस्पिटल, मौर्या इमरजेंसी हॉस्पिटल, एम0 एम0 न्यूरों मल्टी स्पेशियल्टी हॉस्पिटल, मदर हुड मेंटरनिटी हॉस्पिटल और मंजू क्लिनिक के संचालकों द्वारा सूचना उपलब्ध नही कराई गई है.

जिस पर न्यायसंगत कार्रवाई करने की बात जिलाधिकारी द्वारा कही गई है. उक्त बैठक में उप विकास आयुक्त श्रीमती साहिला,सिविल सर्जन अभय प्रकाश चौधरी,जिला जनसंपर्क पदाधिकारी,डीपीओ आईसीडीएस, डीपीएम तथा सभी एमओआईसी, धर्मेंद्र कुमार रस्तोगी एवं यूनिसेफ के प्रतिनिधिगण उपस्थित थे.