दलित-गरीबों के 5 गारंटी आंदोलन तेज करने की बनाई जाएगी रणनीति
तमाम अनधिकृत बसावट का सर्वे के आधार नया वास आवास कानून बनाने की मुहिम होगी तेज
स्टेट डेस्क/पटना: अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा (खेग्रामस) का 7 वां बिहार राज्य सम्मेलन आगामी 4-5 नवंबर को चंपारण के बेतिया में होगा। राज्य के सभी 38 जिलों से 2100 प्रतिनिधि भाग लेंगे। सम्मेलन का उद्घाटन भाकपा-माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य करेंगे। सम्मेलन में अतिथि के बतौर अनुग्रह नारायण सिंह शोध संस्थान के पूर्व निदेशक डीएम दिवाकर और वर्तमान प्रोफेसर विकास विद्यार्थी को आमंत्रित किया गया है। सम्मेलन की तैयारी में भाकपा-माले विधायक सह खेग्रामस राज्य अध्यक्ष बीरेंद्र प्रसाद गुप्ता व अन्य नेताओं की टीम दिन रात लगी हुई है|
खेग्रामस के राष्ट्रीय महासचिव धीरेंद्र झा ने कहा कि देश के खेत-खलिहानों से फैक्ट्री तक उत्पादन करने वाले – विभिन्न रूपों में देश-समाज को सेवा देने वाले ग्रामीण गरीबों को पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह द्वारा लाभार्थी कहकर पुकारना गरीबों का अपमान है। इसे सम्मेलन में मुद्दा बनाया जायेगा और माफी मांगने की मांग उठाई जायेगी।
खेग्रामस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह विधायक सत्यदेव राम ने कहा कि सम्मेलन में मनरेगा मजदूरी बढ़ाने, 200 यूनिट फ्री बिजली दलित-गरीबों को देने और 3000 रुपए मासिक पेंशन वृद्धों को देने की मांग उठाई जाएगी।
संगठन के कार्यकारी सचिव शत्रुघ्न सहनी ने कहा कि दलित-गरीबों के 5 गारंटी आंदोलन को लेकर विस्तृत कार्ययोजना बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य के 2000 पंचायतों से प्रतिनिधियों की भागीदारी होगी। सम्मेलन में ऐपवा, आशा ,रसोईया और आंगनबाड़ी संघ के नेताओं की भी भागीदारी होगी। 15000 से कम मासिक मजदूरी से कम मजदूरी को संगठन अब और बर्दास्त नहीं करेगा।