डेस्क/ विक्रांत: बीएयू भागलपुर मे दो दिवसीय पोषक अनाज विषय पर किसान, कृषि उद्यमी, स्टार्टअप और निवेशक सम्मलेन सह कार्यशाला का आगाज किया गया | कार्यशाला का उद्घाटन बिहार के उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने किया | इस सम्मलेन में बिहार के कृषि उद्यमी, किसान और निवेशक के तौर पर कई बैंकों के प्रतिनिधि बिहार में पोषक अनाज आधारित उद्यम को विकसित करने की संभावनाओं, चुनौतियों एवं समाधान पर मंथन कर रहे हैं |
मुख्य अतितिथि के तौर पर बोलते हुए मंत्री ने कहा कि बाढ़ जैसी आपदाओं से हमेशा जूझने के बावजूद बिहार के पास पूरी क्षमता है कि यह उद्यमिता में एक अग्रणी राज्य बने लेकिन लम्बे समय से विशेष राज्य का दर्जा की मांग की जा रही है, मांग पूरी की जाती तो आज बिहार देश के सबसे विकसित राज्यों की श्रेणी में होता | उन्होंने जोर देते हुए कहा कि निश्चित तौर पर कृषि को उद्योग का दर्जा मिलना चाहिए |
कृषि को उद्यमिता का दर्जा मिलने पर बिहार में कृषि और कृषक दोनों का काया पलट हो सकता है | मंत्री ने अगले पांच वषों में देश के पांच अग्रणी राज्य में शामिल करने को लेकर लोगो से रचनात्मक सहयोग करने को अपील की | अधिष्ठाता कृषि डॉ ए० के० साह एवं निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ आर० के० सोहाने ने आगत अतिथियों में उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ, नाथनगर के विधायक अली अशरफ सिद्दीकी, CCS NIAM जयपुर के निदेशक डॉ रमेश मित्तल को पुष्प गुच्छ और अंगवस्त्र देकर स्वागत किया | अधिष्ठता कृषि द्वारा स्वागत भाषण दिया गया |
NIAM के निदेशक ने डॉ रमेश मित्तल ने कहा कि बिहार कृषि और उद्यम में काफी समय से आगे रहा है और भविष्य में भी बिहार में उद्यमिता के क्षेत्र में भरपूर संभावनाएं हैं | उन्होंने कहा कि उद्योगों में कृषि का योगदान 70 प्रतिशत से अधिक है | तकनीकी सत्र में आज कई प्रस्तुतीकरण दिए गये जिसमें डॉ रमेश मित्तल, NIAM जयपुर द्वारा “पोषक अनाज आधारित नवाचार एवं मूल्य श्रृंखला का विकास” डॉ जोसेफ IIT, पटना द्वारा IIT पटना द्वारा बिहार में उद्यमिता विकास के लिए किये गये योगदान विषय पर प्रस्तुतीकरण दिया गया |
कार्यशाला में आये कई उद्यमियों के उत्पादों को भी लोकार्पित किया गया| एक स्टार्टअप ऋचा कुमारी द्वारा केले के रेशे से बना सैनेटरी पैड का लोकार्पण किया गया वहीँ मनीष कुमार द्वारा बनाये गये मिलेट्स बाइट और मिल्लेट्स केक का भी लोकार्पण किया गया | अध्यक्षीय भाषण निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ आर के सोहाने द्वारा किया गया |
इस कार्यशाला के पीछे बिहार कृषि विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति डॉ.डी.आर. सिंह के विजन का परिणाम बताया गया | गौरतलब है कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय द्वारा कृषि उद्यमियों को प्रशिक्षित एवं प्रोत्साहन देने के लिए पहले से SABAGRIs योजना द्वारा इन्क्युवेशन सेंटर चलाया जा रहा है |
कार्यशाला के आयोजन सचिव डॉ एस० एम० रहमान रहे एवं धन्यवाद ज्ञापन सह निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ आर० एन० सिंह ने किया | इस आशय की सुचना विश्वविद्यालय के पी०आर०ओ० डॉ राजेश कुमार ने दी | मंत्री ने रेडियो स्टेशन से किया संबोधन : इसके पहले उद्योग मंत्री ने बिहार कृषि विश्वविद्यालय के मीडिया सेंटर का दौरा किया एवं सामुदायिक रेडियो स्टेशन से बिहार युवाओं, कृषि उद्यमियों एवं किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि “बिहार के युवा बहुत ही क्षमतावान हैं बस उन्हें बिहार के उद्यमिता के अवसरों को पहचानने की आवश्यकता है” उन्हें कहा कि बिहार के सभी जिलों में स्थानीय विशेषता के आधार पर छोटे-छोटे उद्योग स्थपित हो रहे हैं और राज्य सरकार उन्हें भरपूर सहायता कर रही है |