विपिन कुमार। शिक्षा विभाग के अधिकारी को केके पाठक ने आय से अधिक संपत्ति मामले में फंसे सिवान के डीईओ को निलंबित कर दिया है। शिक्षा विभाग की तरफ से यह कार्रवाई निगरानी विभाग के तरफ से उनके आवास और कार्यालय में की गई छापेमारी में आरोप प्रमाणित होने के बाद की गई है।
केके पाठक के सबसे जो आदेश जारी किया गया उसमें कहा गया है कि सिवान के डीईओ के ऊपर शोध एवं प्रशिक्षक निदेशक के निर्देश के अनुपालन में व्यवधान डालने, अनुचित मांग करने आदि के आरोप भी प्रमाणित हुए हैं। निलंबन अवधि में मिथिलेश कुमार का मुख्यालय क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय मुंगेर प्रमंडल होगा।
मिथिलेश कुमार को बीते 8 दिसंबर को निगरानी विभाग के अधिकारियों ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में डीईओ को धर दबोचा था, जिनके सिवान में आवास और कार्यालय के अलावा पटना, नोएडा समेत कई ठिकनों पर एक साथ छापेमारी की गई थी, जहां से करोड़ों रुपये और अवैध संपत्ति के दस्तावेज मिले थे। सिवान से 14 लाख रुपये कैश बरामदगी की बात बताई गई थी।
दरअसल, डीइओ सिवान पर केस नम्बर 036/23 के तहत आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज है. जिसे लेकर निगरानी विभाग ने छापेमारी की थी। शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश कुमार निगरानी की रेड के बाद तुरंत छुट्टी पर चले गए थे और अब विभाग ने उनको निलंबित कर दिया है. छापेमारी के दौरान निगरानी ने करोड़ों के फ्लैट के दस्तावेज और कैश बरामद किये थे।
आपको बताते चलें कि, इसके अलावा 7 बैंक खातों को भी निगरानी ने सील कर दिया था, जिसमें सिवान में 14 लाख कैश, पटना में एक फ्लैट एवं दो भूखंड, पटना स्थित आवास से 2 लाख कैश के अलावा शिक्षा पदाधिकारी ने अपने परिजनों के नाम से चल एवं अचल संपत्ति जमा कर रखी थी। इस कार्रवाई के बाद पूरे शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।