चयनकर्ताओं की भाषा न समझ पाया एक और क्रिकेटर, चढा यूपीसीए की भ्रष्ट नीतियों की भेंट

कानपुर

-दोपहर तक जो खिलाडी टीम के साथ वह जोन की टीम से शाम को बाहर

कानपुर,भूपेंद्र सिंह। उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के भीतर तो पदाधिकारियों और कर्मचारियों के बीच घमासान चरम पर चल रहा है और वह थमने का नाम ही ले रहा है। चयनकर्ताओं के खिलाफ बनाए गए क्रिकेटर के एक वीडियो ब्‍लाग ने एक और भ्रष्ट नीति ने यूपीसीए की चयन प्रक्रिया की पोल खोलकर रख दी है। घटना प्रदेश टीम के एक होनहार क्रिकेटर को भेंट चढाए जाने की है। भले ही ये बात साल 2017 की है लेकिन प्रदेश के एक होनहार लेग ब्रेक गेंदबाज को केवल इसलिए टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया जब वह सीनियर खिलाडी की पेशकश को समझ ही नही पाए।

दोपहर तक जो खिलाडी मण्ड‍ल टीम का सदस्य् रहा और बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए जाना जाता रहा वह शाम होते होते जोन की टीम से बाहर कर दिया गया। उन्हे ऐसा लगा कि उनकी क्रिकेटिंग स्किल में कोई कमी रह गयी होगी लेकिन वह उस सीनियर खिलाडी और चयनकर्ताओं की भाषा को समझ ही नही पाए और टीम से बाहर कर दिए गए। मामला है।

आगरा के एक होनहार लेग ब्रेक गेंदबाज का जब उन्होंने अण्डर-19 की मण्डल स्तर के चयन अभ्यास मैचों में लगतार उम्दा गेंदबाजी का प्रदर्शन कर विरोधी टीम के बल्लेंबाजों को अपनी धार के माध्यम से धराशायी कर दिया था। तब प्रदेश की टीम में उनका चयन लगभग पक्का माना जा रहा था।

चयनकर्ता भी उनकी गेंदबाजी से संतुष्ट थे क्योंकि उन्होंने किसी मैच में 7 तो किसी में 6 विकेट लेने का श्रेय पाया था।मण्डल स्‍तर के कप्तान और वर्तमान समय में प्रदेश के साथ ही जूनियर इन्डिया टीम के सदस्य ध्रुव जुरैल ने उस गेंदबाज की प्रतिभा से प्रेरित होकर चयनकर्ताओं को टीम में लेने का आग्रह भी किया था।

धु्व ने बाकायदे उस खिलाडी को जोन की टीम में चयनित होने का मैसेज भी किया था लेकिन चयनकर्ताओं की भ्रष्ट नीतियों या फिर ये कहा जाए कि उनकी टीम में जगह पाने के लिए किए जाने वाले मापदण्डों को पूरा करने में असमर्थ दिखायी दिया उसे तत्काल प्रभाव से टीम से बाहर कर दिया गया।

जोन की टीम में शामिल न किए जाने पर उन्होेनें मण्ड‍ल के कप्तान ध्रुव से सवाल दागा तो उन्हे टका सा जवाब मिला कि तुमसे अच्छा गेंदबाज मिल गया है ये बात अलग है कि उनके स्था‍न पर चुने गए गेंदबाज ने अभ्यास मैचों में उतने विकेट प्राप्त नही किए थे।

अब उन्होंने अपना एक वीडियो ब्लाग बनाकर यूपीसीए की चयन प्रक्रिया (जो सालों से भ्रष्टं नीतियों के चलते) पर सवाल उठाया है। इस मामले में उन्होंने बताया कि उनका बनाया ब्लाग अक्षरश: सही है और उनका क्रिकेटिंग भविष्य चयनकर्ताओं की बदौलत पूरी तरह से चौपट हो चुका है। वीडियो ब्लाग पीडित क्रिकेटर का बनाया गया है इसकी पुष्टि ये संगठन नही करता है