— देश के विभिन्न राज्यों एवं जिलों के साइबर अपराधियों को मुंह मांगी रकम पर बेचा जा रहा है फर्जी एटीएम कार्ड
— दो गिरफ्तार,5 फर्जी एटीएम कार्ड,3 फर्जी पासबुक खाता एक सिम कार्ड तीन एंड्राइड मोबाइल एवं 25 हजार तीन सौ रूपये बरामद
Biharsharif/Avinash pandey: साइबर क्राइम थमने का नाम नहीं ले रहा है। साइबर क्राइम करने वाले अपराधी अपनी चरम सीमा पर पहुंचते जा रहे हैं। जिनको ना तो प्रशासन का डर है, और ना ही पकड़े जाने का भय। निरंकुश होकर साइबर क्राइम करने वाले अपराधी ऐसी वारदातों को लगातार अंजाम दे रहे हैं। जिसका एक ताजा मामला नालंदा में सामने आया है।
नालंदा पुलिस ने साइबर अपराध से जुड़ा एक बहुत बड़ा खुलासा किया है। यह एक ऐसा खुलासा है जो यह बताता है कि साइबर क्राइम के स्काॅलर अपनी चतुराई के दम पर अब देश के महानगरों में बैठकर कर निम्न स्तर के साइबर अपराधियों के लिए फर्जी एटीएम कार्ड तैयार कर उसे मुंह मांगी रकम पर बेच रहे हैं।
नालंदा पुलिस इसके बैकवर्ड व फारवर्ड लिंकेज को खंगालने में जुटी है। ऐसे फर्जी एटीएम कार्ड के द्वारा ही साइबर अपराधी ठगी के रुपए बैंक अकाउंट में मंगवाते हैं। जिसे बड़े ही आसानी से निकाल लिया जाता है।
फर्जी एटीएम कार्ड मोबाइल सिम एवं फर्जी पासबुक का आपूर्ति करने वाला हुआ गिरफ्तार
नालंदा जिले के लहेरी थानाध्यक्ष दीपक कुमार को गुप्त सूचना मिली कि थाना क्षेत्र के मछली मंडी के समीप एक व्यक्ति फर्जी एटीएम कार्ड, मोबाइल सिम एवं फर्जी पासबुक की डिलीवरी रुपए लेकर करने वाला है।
सूचना के तत्काल बाद लहेरी थानाध्यक्ष के नेतृत्व में गठित टीम ने उक्त व्यक्ति को फर्जी एटीएम कार्ड मोबाइल सिम फर्जी पासबुक एवं तीन एंड्राइड मोबाइल के साथ गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके पास से 25 हजार तीन सौ रूपये भी बरामद किये। पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त ने कई बड़े खुलासे किए हैं। पुलिस ने गिरफ्तार आपूर्तिकर्ता के खिलाफ आईपीसी के विभिन्न धाराओं के अलावे आईटी एक्ट में भी केस दर्ज किया है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एसडीपीओ ने दी जानकारी
मंगलवार को बिहार शरीफ सदर एसडीपीओ नुरुल हक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उक्त बातों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पटना जिला के फुलवरिया थाना क्षेत्र के पंडारक फुलवरिया निवासी सुनील महतो का पुत्र हरिराम कुमार एवं नालंदा जिले के कतरी सराय थाना क्षेत्र के अहियाचक गांव निवासी शिव शंकर साव का पुत्र रोशन कुमार को गिरफ्तार किया गया है।
एसडीपीओ ने बताया कि बरामद सभी पांच एटीएम कार्ड किसी दूसरे व्यक्ति के नाम से निर्गत किया गया है। ऐसे फर्जी एटीएम कार्ड को साइबर अपराध से जुड़े बड़े अपराधी बनाते हैं एवं निम्न स्तर के साइबर अपराधियों को इसे मुंहमांगी दाम पर बेच देते हैं। ऐसे एटीएम कार्ड से ही धोखाधड़ी के पैसे बैंकों के विभिन्न एटीएम चैंबर से साइबर अपराधी निकलते हैं।
उन्होंने कहा कि गिरफ्तार अभियुक्तों से कई अहम जानकारी पुलिस के हाथ लगी है। छापेमारी टीम में इंस्पेक्टर सह लहेरी थानाध्यक्ष दीपक कुमार, लहेरी थाने के पुलिस अवर निरीक्षक विकास कुमार, लहेरी थाना के पुलिस और निरीक्षक रविंद्र कुमार तमाम व लहेरी थाना के पुलिसकर्मी शामिल थे।