मोतिहारी / राजन द्विवेदी। आज सांसद पूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह ने शरण कॉम्प्लेक्स में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। श्री सिंह ने कहा कि भारतीय संस्कृति के रोम-रोम में प्रभु श्रीराम निवास करते हैं। हमें इतना समझना चाहिए कि भारतीय संस्कृति की नींव में राम हैं। मनुष्यता के हर कार्य में श्रीराम विराजते हैं।
उन्होंने कहा कि पांच सौ साल बाद भारत पूर्णता का इतिहास प्रभु की कृपा से रचा जा रहा है। रामायण में इस बात का चित्रण किया गया है कि मानवता से ही दानवता का पराभव हो सकता है। श्री सिंह ने कहा कि मानवता मर्यादा का ही दूसरा नाम है और मर्यादा ही जीवन की कसौटी है। मर्यादाहीन मानव पशु है, साक्षात् दानव है।
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने तो वनवासियों को भी मर्यादित कर दिया। जटायु, जाम्बवन्त, अंगद आदि वनवासी नगरवासियों से भी कहीं अधिक मर्यादा में आगे दिखाई देते हैं। मर्यादा में त्याग, संघर्ष और लोकापवाद को भी सहना पड़ता है। किन्तु मर्यादा की लीक नहीं छोड़ी। 22 जनवरी की तिथि पूरे देश के लिए भारत के गौरव की पूर्ण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है।
पांच सदी के लंबे इंतजार, लंबे संघर्ष, लंबे संयम और हर स्तर पर अपने प्रभु के बारे में परीक्षा और प्रमाण उपलब्ध कराने के बाद यह ऐतिहासिक अवसर आया है। स्वाभाविक रूप से अंतःकरण प्रफुल्लित है, भाव विभोर है और भावविहवल है। हर भारतवासी 22 जनवरी का बेसब्री से इंतजार कर रहा है।
इस दिन विरासत और विकास का संगम अयोध्या में नए युग का आरंभ होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में होने वाली श्री रामलला के मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर मोतिहारी में भी कोलकाता से विशेष रूप से एक मूर्ति बन कर आई है।
छतौनी स्थित बोधि मंदिर से 21 जनवरी को 11 पूर्वाह्न से एक शोभा यात्रा निकलेगी, जो बेलही देवी मंदिर, मधुबन छावनी चौक, गाँधी चौक, गांजा चौक, द्वारदेवी स्थान, ज्ञानबाबू चौक, हेनरी बाजार, गोशाला माई स्थान होते हुए हनुमानगढ़ी पहुंचेगी।
श्री सिंह ने कहा कि उक्त अवसर पर 22 जनवरी को हनुमानगढ़ी में स्थित मंदिर में श्रीराम कथा पार्क के विकास का शिलान्यास करेंगे। मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष प्रकाश अस्थाना, मोतिहारी विधायक प्रमोद कुमार, पिपरा विधायक श्यामबाबू यादव, उप महापौर डॉ. लालबाबू प्रसाद, डॉ. आशुतोष शरण एवं मीडिया प्रभारी गुलरेज शहजाद उपस्थित थे।