डेस्क/ विक्रांत। बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर में सेन्टर आफ एक्सीलेंस फार मिलेट्स बैल्यू चेन परियोजना द्वारा श्री अन्न उत्पादन तकनीक एवं मूल्य सम्बधित उत्पाद पर दिनांक 30 जनवरी से 01 फरवरी तक तीन दिवशीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में श्री अन्न (मिलेट्स) उत्पादन, रोग एवं कीट प्रबन्धन, मिलेट्स के विभिन्न उत्पादन बनाने की विधियो पर जानकारी भागलपुर के 24किसानो तथा 7 नवनियुक्त यंग प्रोफेशनल सहित 31 प्रशिक्षार्थी तथा 25 विधार्थी भी प्रशिक्षण मे सामिल होकर लाभान्वित हुए।
समापन समारोह में बिहार कृषि विश्वविद्यालय के शोध निदेशक ने किसानो से अपिल की कि प्राकृतिक संसाधन, जैसे जल, मृदा को संरक्षित करने एवं मानव स्वास्थ्य को बेहतर बनाने हेतु श्री अन्न का उत्पादन एवं दैनिक आहार मे सामिल करना जरूरी हैं।
किसानो को सलाह दिया कि श्री अन्न का उत्पादन तकनीक ज्ञान को बांटे। सभा में उपस्थित कृषि विज्ञान केन्द्र भागलपुर, के कार्यक्रम समन्वयक डा0 राजेश कुमार ने मिलेट्स के उत्पादन, मानव स्वास्थ्य एवं पशुस्वास्थ्य के लिए लाभकारी बताया तथा किसानो से मिलेट्स रकवा बढ़ाने एवं इसके उत्पादन को उपभोक्ताओ तक पहुचाने पर प्रकाश डाला एवं किसानो से कहा कि विश्वविद्यालय आपकी समस्याओं के समाधान हेतु तत्पर हैं।
हर सम्भव आपको मदद कि जायेगी। परियोजना के प्रधान अन्वेशक डा0 महेश कुमार सिंह, ने प्रशिक्षण के सम्बन्ध में विस्तृत जानकरी दी एवं किसानो से मिलेट्स की रकवा वृद्धि एवं उत्पाद बढ़ावा करके अधिक लाभ प्राप्त करने की बात कहीं।