स्टेट डेस्क/पटना : भाकपा-माले की एक दिवसीय राज्य कमिटी की बैठक रविवार , 18 फरवरी को पार्टी राज्य कार्यालय में संपन्न हो गई. बैठक से आगामी 21-27 फरवरी तक ‘बिहार की जनता लड़ेगी- तानाशाही हारेगी’ राज्यव्यापी जनसंवाद अभियान चलाने का निर्णय लिया गया.
बैठक में मुख्य अतिथि के बतौर माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य शामिल थे. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा द्वारा राजद को तोड़ने की कोशिश की गई, तो हमारे विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं को राजनीतिक साजिश के तहत मुकदमों में फंसाकर सजा करवाने की साजिश की जा रही है.
ऐसी स्थिति में भाकपा-माले द्वारा 21-27 फरवरी तक ‘बिहार की जनता लड़ेगी-तानाशाही हारेगी’ लिया गया राज्यव्यापी जन संवाद अभियान काफी महत्वपूर्ण है. पार्टी के नेताओं को राजनीतिक साजिश के तहत फंसाने, किसान आंदोलन पर बर्बर दमन, कर्पूरी जी के नाम पर अवसरवादी राजनीति और रोजगार के मसले पर पार्टी कार्यकर्ता गांव-गांव जाए.
हर चट्टी-बाजार पर नुक्कड़ सभा हो ताकि आगामी लोकसभा चुनाव में बिहार में भाजपा-जद (यू) की करारी शिकस्त सुनिश्चित हो सके. उन्होंने यह भी कहा कि इस अभियान के दौरान इलेक्टोरल बॉन्ड का भी मुद्दा जोर-शोर से उठाया जाए. यदि देश से तानाशाही को समाप्त करना है तो बिहार को मजबूती से उठ खड़ा होना होगा.
बैठक में भाजपा द्वारा बिहार की सत्ता हड़प और नीतीश कुमार के पलटासन के उपरांत उत्पन्न राजनीतिक स्थिति पर बातचीत के उपरांत एक सप्ताह का अभियान चलाने का निर्णय लिया गया. यह भी तय हुआ कि अभियान के दौरान 17 महीने की महागठबंधन सरकार की उपलब्धियों को भी जनता के बीच ले जाया जाएगा.
बैठक के हवाले से माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि भाजपा की तानाशाही के खिलाफ महागठबंधन का संयुक्त कार्यक्रम पर भी बातचीत चल रही है. सारे अभियान को हमें मजबूती से चलाना है. इस अभियान के पहले सभी जिला कमिटियां अपनी बैठक कर ले.
बैठक में माले के वरिष्ठ नेता स्वदेश भट्टाचार्य, धीरेन्द्र झा, मीना तिवारी, शशि यादव, केडी यादव, महबूब आलम, सत्यदेव राम सहित सभी जिला के सचिव भी उपस्थित थे.