चार-चार बेटियों के सर से उठा पिता का साया
संग्रामपुर / उमेश कुमार। सड़क दुघर्टना में जख्मी संग्रामपुर पश्चिम टोला गांव निवासी 40 वर्षीय सुबोध कुमार की इलाज के दौरान मौत के बाद पोस्टमार्टम के बाद आज शव उनके गांव पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया। परिजनों के चीख पुकार से गांव में शोक का माहौल हो गया। मृतक सुबोध के पिता मनिंदर मिश्रा, माता मीना देवी का रो रो कर बुरा हाल है।
पत्नी निर्मला देवी पति के शव आते ही बेहोश हो गयी जिसका इलाज स्थानीय स्तर चल रहा है।मृतक सुबोध को चार पुत्री पल्लवी, रितिका, छोटी ,ईशानी अभी नाबालिक है। इन बच्चों के सर से पिता का साया छीन गया। सभी बच्चों के पढ़ाई और परिवार का भरण पोषण की जबाबदेही सुबोध के कमाई पर ही निर्भर था।
पुत्री पल्लवी रोते विलखते हुए बताई की पिताजी हमेशा हम लोगों को अच्छे शिक्षा व आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते थे। जो शायद अब सपना बनकर रह जाएगा।अब हम लोगों की पढ़ाई और मां ,दादी ,दादी का कैसे भरण पोषण होगा चिंता का विषय है।
सुबोध भवानीपुर से दवा के पैसे लेकर लौट रहे थे कि एचएस-74 पर रमना टोला के समीप अज्ञात वाहन से ठोकर लगी और इलाज के दौरान मौत हो गयी।सड़क दुर्घटना में मौत पर प्रमुख सुनिता देवी के प्रतिनिधि सह पूर्व मुखिया दिग्विजय सिंह उर्फ पिंकू सिंह ने परिजनों से मिल कर सांत्वना दी साथ ही हर सम्भव मदद का भरोसा दिलाया।
घटना पर पूर्व विधायक राजन तिवारी, मुखिया कुमार धनंजय , मुखिया सुदिष्ट कुमार,समाजिक कार्यकर्ता शम्भू प्रसाद,जिप सदस्य पंकज द्विवेदी समेत कई लोगो ने शोक ब्यक्त करते हुए मृतक सुबोध के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की हैं।