डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल में आज से शिशु ओपीडी और सिजीरियन सेवा शुरु

बक्सर

विक्रांत। डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल में सोमवार से शिशु ओपीडी और सिजीरियन सेवा मिलनी शुरू हो चुकी है। लंबे अरसे से चली आ रही मांगो के बाद आखिरकार इसका लाभ मरीजों को मिलना शुरू हो चुका है। सोमवार को अनुमंडलीय अस्पताल का सिविल सर्जन डॉक्टर सुरेश चंद्र सिन्हा ने निरीक्षण किया। सीएस ने बारी बारी से सभी कक्षों को देखा और जरूरत के अनुसार सुविधाओं में बढ़ोतरी के निर्देश अस्पताल प्रबंधन को दिए।

सिविल सर्जन ने जानकारी देते हुए बताया कि अस्पताल में सिजेरियन सेवा की शुरुआत हो चुकी है, वहीं शिशु ओपीडी की भी शुरुआत कर दी गई है। हालांकि शिशु ओपीडी फिलहाल जेनरल ओपीडी कक्ष में ही चलाई जा रही है, लेकिन सीएस ने बताया कि बाद में इसे स्थानांतरित कर दिया जायेगा।

पहले वेटिंग रूम में पहुंचे

निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन सबसे पहले वेटिंग रूम में पहुंचे जहां उन्होंने अपडेटेड रोस्टर सूची को देखकर संतुष्टि व्यक्त की, जिसके बाद सीएस अल्ट्रासाउंड कक्ष में पहुंचे। सीएस की सूचना पाकर अल्ट्रासाउंड कक्ष का ताला खुल तो गया था लेकिन गर्भवती महिलाएं फर्श पर बैठकर अपने अल्ट्रासाउंड का इंतजार करती दिखीं।

यह देखकर सीएस अस्पताल प्रबंधन पर बिफर पड़े और उन्होंने सभी गर्भवती महिलाओं की पर्ची जमा करा उन्हे वेटिंग एरिया में बेंच पर बैठने की सलाह दी। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को भी फटकार लगाई कि गर्भवती महिलाओं को जमीन पर न बैठने दें। इसके बाद सीएस जेनरल व शिशु ओपीडी कक्ष में पहुंचे जहां ड्यूटी पर तैनात चिकत्सकों डॉ उमेश कुमार और डॉ अजित किशोर से अहम जानकारियां ली।

स्टाफ नर्स की लगाई जाए ड्यूटी

सिविल सर्जन ने देखा की पांच पांच ओपीडी संचालित होने के बावजूद अबतक सिर्फ दो लैपटॉप के सहारे ही काम की खिंचाई हो रही है। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को निर्देशित किया कि प्रबंधन इसकी लिखित आवेदन उन्हे दे। अस्पताल में जरूरत के अनुसार लैपटॉप की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

वहीं सीएस इसके बाद गैर संचारी रोग क्लिनिक कक्ष में पहुंचे जहां सीएस ने अस्पताल प्रबंधन को निर्देशित किया कि एक और स्टाफ नर्स की इस कक्ष में पदस्थापना की जाए, इससे मिलने वाली सुविधाओं में और बेहतरी आयेगी। सीएस ने कहा कि पीडियाट्रिक ओपीडी में साथ ही एमएनसीयू को भी खोलने की तैयारी में स्वास्थ्य महकमा जुटा हुआ है।