विपिन कुमार। आईएमए ने देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है. पटना एम्स में ओपीडी सेवा ठप है. डॉक्टरों का धरना प्रदर्शन जारी है. एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर जी के पॉल भी शनिवार को डॉक्टरों को समझाया. डायरेक्टर ने कहा कि कलकाता कांड की सीबीआई जांच चल रही है. उम्मीद है जल्द मृतक छात्रा के परिजनों को न्याय मिलेगा.
सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट लागू होना चाहिए. डॉक्टरों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं. यहां ओपीडी सेवा ठप रहने से मरीजों को थोड़ी परेशानी हो रही है, लेकिन इमरजेंसी सेवा चालू है. वैसे कई डॉक्टरों की ओपीडी में ड्यूटी लगी हुई है. प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों ने कहा कि जिस तरह से घटनाएं हो रही हैं उसे हम लोग बहुत डरे हुए हैं. डॉक्टरों को सुरक्षा दी जाए.
सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट लागू हो तभी हड़ताल खत्म करेंगे. मरीजों को अगर परेशानी हो रही है तो हमलोगों को भी दिक्कत है ये भी देखा जाए जिस छात्रा की मौत हुई उसके परिवार को मुआवजा मिले. वहीं, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने देशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है. इस दौरान इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेंगी, लेकिन ओपीडी सेवा बंद है. सरकारी अस्पताल के साथ साथ प्राइवेट अस्पतालों में भी हड़ताल का असर दिख रहा है.
बता दें कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर से रेप के बाद हत्या की घटना हुई है. इसी बीच आरजी कर मेडिकल कॉलेज में बुधवार की देर रात असामाजिक तत्वों ने परिसर में घुसकर तोड़फोड़ और चिकित्सकों से मारपीट की. इसको लेकर डॉक्टरों में नाराजगी है.
वहीं, राजधानी पटना के सभी मेडिकल कॉलेज अस्पताल, आईजीएमएस, एम्स सभी जगह पर ओपीडी सेवा कर दी गई है. इससे चिकित्सा व्यवस्था पर असर पड़ा है. पीएमसीएच में प्रतिदिन 500 से ज्यादा मरीजों को बैरन वापस लौट रहे हैं. इलाज के अभाव में कई मरीज दम तोड़ रहे हैं.