चंपारण : विशेष पुण्यफलदायक है इस वर्ष श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रत : सुशील पांडेय

मोतिहारी

मोतिहारी / राजन द्विवेदी। अष्टमी तिथि 26 अगस्त सोमवार को दिन में 08:20 बजे से लग जाएगी एवं रोहिणी नक्षत्र भी रात्रि 09:10 बजे से प्रारंभ हो जाएगी। इसलिए अर्धरात्रि में अष्टमी तिथि तथा रोहिणी नक्षत्र के साथ ही सोमवार का दिन मिल जाने से जयन्ती योग का उत्तम अवसर प्राप्त हो रहा है।

अतः गृहस्थों के लिए इसी दिन श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का व्रत व जन्मोत्सव मना लिया जाना पुण्यफलदायक है। उदया तिथि अष्टमी एवं रोहिणी नक्षत्र का संयोग 27 अगस्त मंगलवार को प्राप्त हो रहा है। अतः औदायिक तिथि को मानने वाले कुछ विशिष्ट वैष्णवजन श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 27 अगस्त मंगलवार को मनायेंगे।

रोहिणी नक्षत्र से युक्त अष्टमी तिथि और दिन सोमवार होने से इस वर्ष का श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रत विशेष पुण्य फलदायक है। यह जानकारी महर्षिनगर स्थित आर्षविद्या शिक्षण प्रशिक्षण सेवा संस्थान-वेद विद्यालय के प्राचार्य सुशील कुमार पाण्डेय ने दी।

बताया कि भगवान विष्णु के अवतारों में भगवान श्रीकृष्ण का अवतार द्वापर युग के अंत में भाद्रपद मास के कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि रोहिणी नक्षत्र और बुधवार के दिन मध्य रात्रि में माता देवकी के गर्भ से आठवें अवतार के रूप में हुआ था।

भगवान श्रीकृष्ण ने कंस के अत्याचारों से पृथ्वी को मुक्ति दिलाकर सनातन धर्म की पुनः स्थापना की थी। इसीलिए सनातन धर्मावलम्बी बड़े ही उत्साह एवं निष्ठा के साथ इस पर्व को उत्सव के रूप में मनाते हैं।