विपिन कुमार। बिहार सरकार के मंत्री और जेडीयू नेता अशोक चौधरी ने सोमवार (26 अगस्त) को आरजेडी के साथ-साथ कांग्रेस को भी निशाने पर लिया. तेजस्वी यादव के इस बयान पर कि बिहार की बदहाली के जिम्मेदार नीतीश कुमार हैं इस पर अशोक चौधरी ने कहा कि किस हालत में नीतीश कुमार को बिहार मिला था यह सबको पता है. तेजस्वी यादव को अर्थशास्त्र का क, ख, ग, घ समझना चाहिए.
तेजस्वी यादव को आड़े हाथों लेते हुए अशोक चौधरी ने कहा, “केंद्र की ओर से उनके पिता जी और माता जी के कार्यकाल में क्या समर्थन था और अभी के समर्थन में केंद्र सरकार क्या दे रही है. कैसे बिहार के बजट को हमारे नेता नीतीश कुमार ने काम किया. कैसे सड़कों का निर्माण हुआ. हमको याद है कि पहले कहीं पुल बनता था तो पूरे बिहार में बात होती थी कि वहां पुल बन रहा है. आज कहां कितना पुल बन रहा किसी को याद भी नहीं है.”
अशोक चौधरी ने आरजेडी के शासनकाल पर जमकर हमला बोला. कहा कि बिहार का विकास दर देश के विकास दर से ज्यादा है. तेजस्वी यादव पढ़ लें. पढ़ने में उन्हें दिक्कत है, मगर जानकारी पर बोलें. तेजस्वी यादव दूसरों से ही कम से कम जानकारी लें. किस तरह से लालू यादव के शासनकाल में व्यापारी, डॉक्टर और बिजनेसमैन भाग गए थे.
वहीं राहुल गांधी की ओर से जातीय गणना कराने को लेकर दिए गए बयान पर अशोक चौधरी ने कहा कि देर से ही सही मगर समझ में तो आया कि कितना जरूरी है. मैं कांग्रेस का अध्यक्ष था तो बिहार कांग्रेस में अति पिछड़ों का कोई प्रकोष्ठ तक नहीं था. देश में जाति आधारित गणना करने की बात राहुल कर रहे हैं, कांग्रेस अपने शासित राज्यों में पहले गणना की शुरुआत क्यों नहीं कर रही है? नीतीश कुमार ने अपने राज्य में किया इस तरह से कांग्रेस अपने शासित राज्यों में करे.
अशोक चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन से इसलिए अलग हुए क्योंकि जातीय गणना पर कांग्रेस ने सहमति नहीं बनाई थी. इंडिया गठबंधन के एजेंडा में सहमति नहीं बनी. ममता बनर्जी ने इसका विरोध किया था. नीतीश कुमार इसलिए इंडिया गठबंधन से अलग हो गए थे. इंडिया गठबंधन की बैठक मुंबई में हुई थी और वहां पर इसका विरोध हुआ था. नीतीश कुमार ने समझा इंडिया गठबंधन में अति पिछड़ों की हकमारी होगी.