समस्तीपुर, कौशल। जैसे-जैसे समय बदलता गया, हमारी व्यवस्थाओं में भी बदलाव होता गया। पहले लोग असामान्य स्थिति और परिस्थिति कहीं भी यात्रा करना नहीं चाहते थे। डरते थे की इस स्थिति में कहीं जाना -आना ठीक नहीं रहेगा। लेकिन अब इस बदल रहे समय में पुरुष क्या महिलाएं भी पूरी तरह अपने आत्म विश्वास के साथ घर से निकल पड़ती है। इसी से संबंधित क खबर की जानकारी सुनने को मिली है।
कल शाम नई दिल्ली से सहरसा जा रही वैशाली सुपर फास्ट एक्सप्रेस ट्रेन में एक गर्भवती महिला भी अपने परिजनों के साथ सफर कर रही थी। समस्तीपुर से पहले स्टॉपेज ट्रेन जैसे ही मुजफ्फरपुर से खुली उक्त गर्भवती महिला ने अपने परिजनों से पेट दर्द होने की जानकारी दी। बताया गया है कि परिजनों के द्वारा इसकी सूचना ट्रेन में चल रहा है चल रहे रेलकर्मियों को दी गई।
जानकारी के मुताबिक उक्त महिला का परिवार वैशाली ट्रेन के जनरल बोगी में यात्रा कर रही थी और उसे ट्रेन का अंतिम स्टॉपेज सहरसा जाना था। जैसे ही इस गर्भवती महिला के पेट दर्द होने की शिकायत चलती ट्रेन में जिम्मेदार रेल कर्मियों को मली वह इस सूचना को अविलंब रेलवे कंट्रोल को दे दी। कंट्रोल से बीना समय गमाए इसकी जानकारी समस्तीपुर के रेल अस्पताल पहुंचा दी गई।
अस्पताल की महिला चिकित्सक डॉ रेखा साहू के नेतृत्व में एक मेडिकल टीम समस्तीपुर जंक्शन पर पहुंच गया। इधर ट्रेन भी स्टेशन पर आकर रुकी। पहले से ही जानकारी दे दी गई थी कि पीड़ित महिला गार्ड के बगल वाले बोगी। में सफर कर रही है। डॉक्टरकी टीम चिन्हित किए गए बोगी में जाकर महिला का पूरा चेकअप किया और देखा कि यह महिला अस्पताल जाने लायक नहीं है।
आनन फानन में कुछ कपड़े और साड़ी आदि टांग कर पर्दा करके सफलता पूर्वक प्रसव करा लिया गया। प्रारंभिक जांच पड़ताल के दौरान बच्चा और उसकी मां बिल्कुल स्वस्थ पाई गई। इस क्रम में 40 मिनट से अधिक ट्रेन समस्तीपुर जंक्शन पर खड़ी रही। सुरक्षित नवजात बेटे और उसकी मां को देखकर परिजनों अलावा अन्य यात्रियों ने भी रेलवे की इस चुस्त दुरुस्त व्यवस्था को देखकर कहा ‘थैंक्स मोदी जी’आपका कार्यकाल की यह व्यवस्था काफी अच्छी देखी गई ।