एसकेआरएयू : डॉ वी एस आचार्य और डॉ मनमीत कौर सर्वश्रेष्ठ शिक्षक सम्मान से हुए सम्मानित

राजस्थान

आईएबीएम की छात्रा महिमा त्रिवेदी को मिला सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी सम्मान

मैंने बहुत लोगों से सीखा है उसमें एसकेआरएयू कुलपति डॉ अरुण कुमार बहुत बड़ा उदाहरण हैं- श्रीमती तेजस्वनी गौतम, एसपी

शिक्षक दिवस पर एसकेआरएयू में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक एवं सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी सम्मान समारोह का आयोजन

बीकानेर, डेस्क। शिक्षक दिवस पर गुरुवार को स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक एवं सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। सह आचार्य डॉ वी एस आचार्य और सहायक आचार्य डॉ मनमीत कौर को सर्वश्रेष्ठ शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया। कृषि व्यवसाय प्रबंधन संस्थान (आईएबीएम) की छात्रा महिमा त्रिवेदी को सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी पुरस्कार मिला।

छात्र कल्याण निदेशालय द्वारा विद्या मंडप में आयोजित इस सम्मान समारोह की मुख्य अतिथि एसपी श्रीमती तेजस्वनी गौतम थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति डॉ अरुण कुमार ने की। कार्यक्रम में कुलसचिव डॉ देवा राम सैनी, वित्त नियंत्रक श्री राजेन्द्र कुमार खत्री, छात्र कल्याण निदेशक डॉ निर्मल सिंह दहिया, अधिष्ठाता पीजी डॉ राजेश कुमार वर्मा समेत कृषि विश्वविद्यालय के सभी डीन, डायरेक्टर्स, शिक्षकगण समेत अन्य कार्मिक, स्टूडेंट्स मौजूद रहे।

कार्यक्रम में बेहतरीन कार्य कर रहे हॉस्टल वार्डन, उत्तम प्रायोगिक अनुसंधान करने वाले स्नातकोत्तर एवं विद्या वाचस्पति विद्यार्थियों को, प्राकृतिक खेती को लेकर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी को लेकर गठित समितियों के समन्वयकों व सदस्यों को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। विदित है कि शिक्षक दिवस पर कृषि विश्वविद्यालय में इस समारोह का आयोजन वर्तमान कुलपति डॉ अरुण कुमार ने ही शुरू करवाया था। दूसरी बार यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।

समारोह को संबोधित करते हुए एसपी श्रीमती तेजस्वनी गौतम ने कहा कि हमारे जीवन में गुरु का बड़ा महत्व है। गुरु कोई भी हो सकता है जिससे हमें कुछ सीखने को मिले। वो आपके दादा-दादी, माता,पिता, दोस्त कोई भी हो सकता है। मैंने बहुत लोगों से सीखा है उसमें एसकेआरएयू के कुलपति डॉ अरुण कुमार बहुत बड़ा उदाहरण हैं।

वो हर बार कुछ नया लेकर आते हैं। हम जब भी किसी इवेंट को लेकर यहां आते हैं तो उनके कार्यक्रमों में कोई कमी नजर नहीं आती। हर इवेंट से पहले वे पूरी तैयारी रखते हैं। बार-बार उन चीजों को देखते हैं। हम जो भी कार्य करें पूरे दिलों दिमाग से और पूरी शिद्दत से करें। साथ ही उन्होंने इंटरनेट और सोशल मीडिया का इस्तेमाल सावधानी से करने की बात कही।

कुलपति डॉ अरुण कुमार ने कहा कि हमारे शिक्षक और विद्यार्थी बेस्ट हैं और बहुत अच्छा कार्य व मेहनत कर रहे हैं। हमें इन पर गर्व है। दो दिन में दो राज्यपाल महोदय विश्वविद्यालय आए। उन्होने बेहतरीन आयोजन को लेकर प्रसन्नता व्यक्त की। हमारे अधिकारी और कर्मचारी भी अपने दायित्वों का निर्वहन बहुत अच्छे से कर रहे हैं।
कुलसचिव डॉ देवा राम सैनी ने कहा कि गुरु का स्थान गोविंद से भी ऊपर माना गया है।

मैं सभी गुरुओं को नमन करता हूं। साथ ही कहा कि एक कवि ने भी कहा कि डॉक्टर और इंजीनियर का गलत चयन चल सकता है लेकिन गुरु का चयन गलत नहीं होना चाहिए क्योंकि वह देश की नींव तैयार करता है। साथ ही कहा कि विश्वविद्यालय में गुरुओं की संख्या कम है लेकिन जो हैं वो तन्मयता से कार्य करते हैं।

इससे पूर्व कार्यक्रम में अतिथियों का साफा पहनाकर और बुके भेंट कर स्वागत किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत मां सरस्वती के पूजन से हुई। कार्यक्रम में स्वागत भाषण छात्र कल्याण निदेशक डॉ निर्मल सिंह दहिया ने और धन्यवाद ज्ञापन डॉ राजेश कुमार वर्मा ने दिया। कार्यक्रम का समापन अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर हुआ। कार्यक्रम में मंच संचालन डॉ मंजू राठौड़ और डॉ सुशील ने किया।