भ्रष्टाचार और अपराध पर राजद का राजभवन मार्च हास्यास्पद – जन सुराज

पटना

पटना, राजन दत्त। भ्रष्टाचार और अपराध के खिलाफ राजद का राजभवन मार्च विल्कुल हास्यास्पद और विरोधाभासी है। जिस राजद का पन्द्रह वर्षों के राज में अपराध, भ्रष्टाचार, लूट – खसोट, हत्या, बलात्कार, सामूहिक नृशंस हत्याएं हुई हो तथा जिसके सुप्रीमो पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में न्यायालय ने सजा दी हो वह दल भी इस मुद्दे पर आक्रोश मार्च निकालकर विरोध जताये तो हास्यास्पद नहीं तो और क्या है? यह बिहार की जनता को बुड़बक बनाने और लोगों की आंखों में धूल झोंकने की बात है।

उक्त बातें आज़ यहां जारी एक बयान में जन सुराज के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी संजय कुमार ठाकुर ने कही। श्री ठाकुर ने कहा कि यह भी सच है कि नीतीश – भाजपा गठबंधन की सरकार हो अथवा नीतीश – राजद की पूर्व की सरकार रही हो इसे जंगल राज पार्ट टू कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी। श्री ठाकुर ने कहा कि अपराध चरम पर है और रोज ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर राजधानी पटना तक में ताबड़तोड़ गोलियां चलाई जा रही है और हत्याओं का दौर जारी है।

कानून व्यवस्था चरमरा गई है तथा शांति प्रिय लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। लेकिन राजद को इस मामले में बोलने विरोधाभासी है। आश्चर्य तो तब और हुआ जब राजद के इस राजभवन मार्च में नेताओं का जो शिष्टमंडल था उसमें कई विधायक और पूर्व विधायक भी शामिल थे जिनपर दर्जनों हत्या, लूट, रंगदारी जैसे संगीन अपराधों के मामले विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज है। लोग जिस तरह पन्द्रह वर्षों के राजद के जंगल राज की चर्चा सुनकर सिहर उठते हैं वैसी ही स्थिति आज़ भाजपा – जदयू की सरकार में बन गई है।