चंपारण : हमें स्वच्छता से जुड़े अपने लक्ष्य को तय करने होंगे : राधामोहन सिंह

मोतिहारी

मोतिहारी / राजन द्विवेदी। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 74 वें जन्मदिन के अवसर पर माध्यमिक उच्च विद्यालय, चन्द्रहिया, मोतिहारी में स्वच्छ भारत मिशन /लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत “स्वच्छता ही सेवा 2024” का शुभारंभ समारोह एवं प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण एवं सुकन्या योजना के साथ विभिन्न योजनाओं के लाभुकों को स्वीकृति पत्र वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लाभुकों के बीच सांसद पूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह ने स्वीकृति-पत्र एवं प्रतिकात्मक चाबी का वितरण किया।
उक्त स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम 2024 में श्री सिंह ने एक पेड़ माँ के नाम के तहत वृक्षारोपण भी किया साथ ही स्वच्छता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राधा मोहन सिंह ने कहा कि जिस प्रकार सत्याग्रह सन् 1917 से चंपारण की धरती से आरंभ हुआ उसी प्रकार स्वच्छता आंदोलन की जननी भी चंपारण की धरती को ही माना जाता है। उन्होंने कहा कि गांधी स्वच्छता को स्वतंत्रता से अधिक महत्वपूर्ण मानते थे।

वह यह देखकर व्यथित हो जाते थे कि गांव के लोग अज्ञानता और बेपरवाही के कारण गंदगी और अव्यवस्था की स्थिति में रहते है। गांधी ने एक कार्यक्रम के दरमियान कहा कि जब तक हम अपने गांव और शहरों की स्थिति को नहीं बदलते, अपने आपको बुरी आदतों से मुक्त नहीं करते तथा बेहतर शौचालय नहीं बनाते तब तक स्वराज का हमारे लिए कोई महत्व नहीं है।

उन्होंने साफ-सफाई और स्वच्छता को जीवन शैली का एक अभिन्न हिस्सा बताया। श्री सिंह ने कहा कि हमें स्वच्छता से जुड़े अपने लक्ष्य को तय करने होंगे और उन्हें प्राप्त करने के लिए लगातार प्रयास करना होगा। कोई वजह नहीं कि भारत की पहचान एक स्वच्छ देश के तौर पर हो, कोई कारण नहीं कि हम स्वच्छाग्रह के इस अभियान को पूरा न कर सके। गांधी ने कहा कि एक स्वच्छ, स्वस्थ और खुशहाल भारत का सपना प्रत्येक भारतीय का सपना होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि स्वच्छता प्रतिकार पद्धति ना होकर स्वीकार पद्धति है जिसमें व्यक्ति निष्क्रिय ना होकर सक्रिय होता है और इसी सक्रियता के परिणाम स्वरूप स्वच्छता लोगों के जीवनशैली का एक अभिन्न अंग बन जाता है। चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष 2017 में प्रधानमंत्री मोदी जी ने गांधी के इस सपने को साकार करने हेतु इसी मोतिहारी के गांधी मैदान से सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह के लिए देशवासियों को आह्वान किया। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण लोग उपस्थित थे।