साइबर फ्रॉड का हॉटस्पॉट नालंदा फिर सुर्खियों में… फर्जी वेबसाइट बनाकर लॉटरी एवं लोन के नाम पर ठगी करने वाले चार गिरफ्तार

नालंदा

— 36.78 लाख कैश, चार लाख के कीमती आभूषण 15 एंड्राइड मोबाइल फोन सहित अन्य कागजात बरामद

बिहारशरीफ/अविनाश पांडेय: साइबर फ्रॉड का हॉटस्पॉट माने जाने वाला नालंदा एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। यहां एक ऐसे गिरोह को पुलिस ने पकड़ा है जो फर्जी वेबसाइट बनाकर लॉटरी एवं लोन के नाम पर ठगी किया करता था। पुलिस ने इस गिरोह के पास से 36.78 लाख नकद, 4 लाख के कीमती आभूषण, 15 एंड्राइड मोबाइल फोन, लैपटॉप  प्रिंटर मशीन, डेबिट कार्ड सहित अन्य सामान बरामद किया है।

आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में नालंदा के पुलिस अधीक्षक भारत सोनी ने बताया कि साइबर अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध लगातार सूचना संकलन कार्यवाही की जाती है। भारत सरकार के कई अनुसांगित इकाइयों एवं आर्थिक अपराध इकाई पटना के द्वारा भी समय पर साइबर अपराधियों एवं संवेदनशील क्षेत्र के विरुद्ध सूचना दी जाती है।

इसी तरह की एक सूचना नालंदा पुलिस को प्राप्त हुई। जिसमें यह जानकारी मिली कि मानपुर थाना क्षेत्र के डमर विगहा गांव से साइबर अपराध का संचालन किया जा रहा है। सूचना के तत्काल बाद सहायक पुलिस अधीक्षक नुरुल हक के नेतृत्व में गठित टीम ने उक्त गांव में छापेमारी की। जहां से दयानंद कुमार एवं उनके दो पुत्र नीतीश कुमार रोहित कुमार एवं उनके एक सहयोगी परबलपुर थाना क्षेत्र के शिवचक गांव निवासी बसंत चौहान के पुत्र धर्मेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया गया। 

पुलिस ने उनके पास से नगदी के अलावे कई सामान बरामद किए हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह फर्जी वेबसाइट बनाकर लॉटरी एवं लोन से संबंधित विज्ञापन सोशल साइट्स के विभिन्न प्लेटफार्म पर अपलोड किया करता था। इनके जाल में फंसने वाले लोगों को आर्थिक क्षति पहुंचाई जाती थी।  प्रारंभिक पूछताछ में कई अहम जानकारी उनके पास से पुलिस को मिली है। इनके गिरोह में कई और सदस्य हैं।

जिनकी पहचान पूरी कर उनकी गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है। एसपी ने बताया कि इनके पास से जब्त मोबाइल फोन एवं प्रिंटर की जांच को लेकर विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। गिरफ्तार सभी साइबर अपराधी यूट्यूब पर फर्जी वेबसाइट बनाने की कला सीखी थी।