अशोक “अश्क” समस्तीपुर : समस्तीपुर से लोक जनशक्ति पार्टी की सांसद शांभवी चौधरी ने रविवार को जिले में टीबी के खिलाफ 100 दिन के विशेष अभियान की शुरुआत की। यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार द्वारा देशभर में चलाए जा रहे टीबी मुक्त भारत मिशन का हिस्सा है। इस अभियान की शुरुआत समस्तीपुर के सदर अस्पताल से हुई, जहां शांभवी चौधरी ने जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर जिले के विभिन्न हिस्सों में भेजा।
शांभवी चौधरी ने इस अवसर पर कहा, टीबी एक खतरनाक बीमारी है, जो मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करती है और लाखों लोगों की जान ले चुकी है। मुझे अच्छे से याद है जब मैं छोटी थी, मेरे घर में एक सहयोगी को टीबी हुआ था और उनकी मृत्यु हो गई। यह घटना आज भी मेरे दिल में ताजे हैं, और यही कारण है कि मैं इस अभियान में व्यक्तिगत रूप से जुड़ी हूं।
उन्होंने यह भी कहा कि “हम समस्तीपुर जिले में जिला चिकित्सकों की मदद से टीबी को हराएंगे और इस महामारी को समाप्त करने के लिए काम करेंगे।” सांसद ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने टीबी के खिलाफ एक विशेष अभियान शुरू किया है, जिसका उद्देश्य देश को टीबी मुक्त बनाना है। शांभवी चौधरी ने आगे कहा, आज हम उस स्थिति में हैं जहां चिकित्सा और तकनीकी सुधार के कारण नई-नई दवाइयां उपलब्ध हो रही हैं, जो इस बीमारी के इलाज में मददगार साबित हो रही हैं।
स्वास्थ्य हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है, और इस अभियान के जरिए हम समस्तीपुर में टीबी के खिलाफ जागरूकता फैलाएंगे। इस अभियान के तहत 13 जिलों को चिन्हित किया गया है, और समस्तीपुर उनमें से एक है। “देश जीतेगा, टीबी हारेगा” नारे के साथ यह अभियान शुरू हुआ है। शांभवी चौधरी ने कहा कि इस अभियान के तहत लोगों को टीबी के बारे में जानकारी दी जाएगी, जिससे वे समय पर इलाज के लिए प्रेरित हों और इस बीमारी से बचाव के उपायों को समझ सकें।
टीबी के खिलाफ यह अभियान केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की पहल है, जिसे देश के 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 347 जिलों में चलाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विशेष अभियान की शुरुआत करते हुए कहा था कि भारत को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के उद्देश्य को हासिल करने के लिए यह अभियान बेहद महत्वपूर्ण है। टीबी एक जानलेवा बीमारी है जो आमतौर पर फेफड़ों में होती है, लेकिन यह शरीर के अन्य हिस्सों को भी प्रभावित कर सकती है।
यह बीमारी बैक्टीरिया के कारण होती है और इसके लक्षणों में खांसी, बुखार, वजन कम होना और रात को पसीना आना शामिल हैं। इस अभियान के तहत, शांभवी चौधरी ने जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर जिले के विभिन्न गांवों और कस्बों में भेजा, ताकि लोगों को टीबी के प्रति जागरूक किया जा सके।
उन्होंने कहा कि यह पहल समस्तीपुर को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अभियान की शुरुआत से समस्तीपुर जिले में टीबी के प्रति जागरूकता फैलाने की उम्मीद है और सांसद शांभवी चौधरी ने जिलेवासियों से अपील की कि वे इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लें और टीबी के खिलाफ लड़ाई में अपना सहयोग दें।