— अनुशासित कलाओं की पृष्ठभूमि तैयार कर विद्यार्थियों को बांट रहा ज्ञान का भंडार
— प्रतियोगिता के बलबूते नेतरहाट, सैनिक स्कूल, सिमुलतला सहित प्रतिष्ठित विद्यालयों में पहुंच रहे हैं यहां के बच्चे
बिहारशरीफ/अविनाश पांडेय: मेहनत ऐसी करो की सफलता शोर मचा दे। आधुनिक चकाचौंध का आकर्षण सबों को पसंद आता है। भौतिक सुविधाओं को प्राथमिकता दी जाती है। वहीं दूसरी तरफ नालंदा जिले के महानंदपुर गांव के समीप स्थित ज्ञान सरोवर रेजिडेंशियल स्कूल गुरुकुल की तर्ज पर बच्चों को संस्कार बांट रहा है।शिक्षा की ज्योति का परिचायक बन यह विद्यालय अनुशासित कलाओं की पृष्ठभूमि तैयार कर अपने विद्यार्थियों को ज्ञान के साथ-साथ संस्कार भी दे रहा है
जिसका परिणाम है कि यहां पढ़ने वाले विद्यार्थी नेतरहाट सैनिक स्कूल सिमुलतला इंदिरा गांधी आवासीय विद्यालय व वह जवाहर नवोदय विद्यालय प्रतियोगिता परीक्षा में सफल होकर अपना नामांकन करवा रहे हैं। विद्यालय के प्रबंध निदेशक प्रवेंद्र कुमार कुमार बताते हैं कि उन्होंने वर्ष 2016 में इस विद्यालय की स्थापना की थी। स्थापना काल के समय विद्यालय में मात्र 7 बच्चे ही थे।पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ उन्होंने सात बच्चों को लेकर अपना सकारात्मक अभियान प्रारंभ किया।
बेहतर परिणाम के बाद ज्ञान सरोवर बच्चों के नामांकन का सिलसिला जारी रहा। उन्होंने बताया कि यह एक आवासीय विद्यालय है। जहां विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी सुयोग्य शिक्षकों से करवाई जाती है। पिछले वर्ष जवाहर नवोदय विद्यालय के लिए यहां के छह विद्यार्थियों का चयन हुआ।
जिसमें आशीष रंजन, शिवम कुमार, अभिनव कुमार, सत्य राय, अभिषेक कुमार एवं हिमांशु कुमार शामिल है।इसी तरह पिछले वर्ष नेतरहाट विद्यालय के लिए करण उरांव,सत्यम कुमार, शुभम कुमार, शांत्यनु कुमार, निशांत कुमार एवं सचिन कुमार शामिल हैं।विद्यालय के प्रबंध निदेशक ने बताया कि पिछले वर्ष सैनिक स्कूल में 7 बच्चों का चयन हुआ था।
जिसमें शिवम कुमार, ऋषभ कुमार, अंकुश कुमार, अभिषेक कुमार, पीयूष कुमार, मंटू गंजू, पृथ्वी कुमार शामिल है।इसी तरह सिमुलतला के लिए सोनम भारती सोनू कुमार शामिल है।प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए रीजनिंग मैथ हिंदी जीके जीएस एवं इंग्लिश की तैयारी कराई जाती है।
ज्ञान सरोवर आवासीय विद्यालय के प्रिंसिपल राजू कुमार ने बताया कि प्रत्येक सप्ताह बच्चों का टेस्ट लिया जाता है।बताया कि 2017 से 2023 तक करीब 200 बच्चों का चयन विभिन्न प्रतिष्ठित विद्यालयों के लिए हो चुका है।