अशोक “अश्क” समस्तीपुर जिला कांग्रेस कमिटी के द्वारा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। उन्होंने अपने हाथों में विभिन्न मांगों की तख्तियां ले रखी थी, और विरोध मार्च के दौरान नारेबाजी करते हुए अपनी नाराजगी व्यक्त की।
प्रतिरोध मार्च जिला कांग्रेस कार्यालय से शुरू हो कर विभिन्न मार्गों से होते हुए मगरदही घाट तक पहुंचा, जहां कार्यकर्ताओं ने अमित शाह का पुतला दहन किया। पुतला दहन के बाद यह विरोध प्रदर्शन एक सभा में तब्दील हो गया, जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ अपनी आवाज उठाई।
सभा की अध्यक्षता समस्तीपुर जिला कांग्रेस कमिटी के उपाध्यक्ष देवेंद्र नारायण झा ने की। अपने अध्यक्षीय भाषण में उन्होंने भाजपा सरकार की तीखी आलोचना की और कहा कि भाजपा सरकार दलितों और पिछड़े समाज से आने वाले महान नेताओं और देश के धरोहरों का अपमान करने से नहीं चूकती है।
यह एक मनुवादी पार्टी है जो हमेशा अपने सत्ताकेंद्रित एजेंडों को सर्वोपरि रखती है। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी की यह स्पष्ट मांग है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को तत्काल मंत्रीमंडल से बर्खास्त किया जाए और उन पर कार्यवाही की जाए। यदि ऐसा नहीं किया जाता है, तो कांग्रेस पार्टी को सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करने के लिए विवश होना पड़ेगा और इसकी पूरी जवाबदेही केंद्र सरकार की होगी।
इस अवसर पर कांग्रेस के कई प्रमुख नेता उपस्थित थे, जिनमें जिला कांग्रेस कमिटी के महासचिव मुकेश कुमार चौधरी, नगर अध्यक्ष डोमन राय, प्रखंड अध्यक्ष अब्दुल मालिक, और एससी विभाग के अध्यक्ष कामेश्वर पासवान प्रमुख थे। इसके अलावा एनएसयूआई के जिला उपाध्यक्ष राजन कुमार वर्मा, जिला कांग्रेस के अन्य नेताओं में मो० ईशांक, अनिल कुमार कुशवाहा, सुरेश महतो, चंदन कुमार, परमानंद मिश्र, अजीत कुमार, प्रशांत कुमार,
अरुण कुमार कुंवर, संजय राय, गोरी शंकर चौधरी, रमेश कुमार झा, लक्ष्मण सागर झा, मो० इसराफील, नारायण पासवान, कृष्णा कुमार राय, विजय कुमार शर्मा, वीरेंद्र राय, भगवान लाल राय, महफूज आलम, और अब्दुल सद्दाम आदि भी मौजूद थे। कांग्रेस नेताओं ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मांग की कि वे बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के योगदान को समझें और उनके खिलाफ किए गए बयान पर माफी मांगें।
विरोध सभा में नेताओं ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि उनकी मांगों को शीघ्र पूरा नहीं किया गया, तो कांग्रेस पार्टी विरोध के और भी कठोर तरीके अपना सकती है। कांग्रेस नेताओं का कहना था कि भाजपा सरकार का यह बयान दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्गों के प्रति उसकी असंवेदनशीलता को दर्शाता है, जो भारतीय समाज की नींव के रूप में बाबा साहब अंबेडकर के योगदान को नकारता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने हमेशा ही भारतीय समाज के कमजोर वर्गों को तवज्जो नहीं दी है और ऐसे नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियों से उसकी नीति का प्रदर्शन हुआ है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का यह प्रदर्शन समस्तीपुर में एक बड़े आंदोलन का रूप लेता हुआ दिखाई दे रहा है, जिसमें पार्टी के स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ एकजुट होकर अपनी आवाज उठाई।