अशोक “अश्क” बिहार के प्रसिद्ध कोचिंग संचालक रहमान सर BPSC छात्रों के आंदोलन को लेकर मुश्किलों में घिरते नजर आ रहे हैं। प्रशासन ने उन पर छात्रों को उकसाने का आरोप लगाते हुए नोटिस भेजा है। आरोप है कि रहमान सर ने अभ्यर्थियों को आंदोलन के लिए भड़काया, जिससे छात्रों के प्रदर्शन में तेजी आई।
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अब प्रशासन ने उन्हें 28 दिसंबर को गर्दनीबाग थाना में सबूतों के साथ पेश होने का नोटिस भेजा है। अगर वे साक्ष्य पेश नहीं करते, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह नोटिस BNSS की धारा 94 के तहत जारी किया गया है। नोटिस में कहा गया है कि अगर रहमान सर साक्ष्य नहीं प्रदान कर पाते हैं, तो यह माना जाएगा कि वे बीपीएससी की छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं।
यह मामला उस समय का है जब बीपीएससी के अभ्यर्थी अपनी परीक्षा को रद्द कर पुनः आयोजित करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे थे। इसी बीच, धरना स्थल पर खान सर को भी विरोध का सामना करना पड़ा। शुक्रवार, 27 दिसंबर को जब खान सर प्रदर्शनकारी छात्रों से मिलने पहुंचे, तो छात्रों ने उनका विरोध किया और वहां से लौटने पर मजबूर किया।
छात्रों ने आरोप लगाया कि खान सर आंदोलन को हाईजैक करने की कोशिश कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से खान सर गायब थे, जब उनसे सरकार के खिलाफ बोलने को कहा गया था तो वे भाग खड़े हुए थे। इसी तरह, छात्रों ने रहमान सर पर भी आरोप लगाया कि वे छात्रों को झूठा सपना दिखाकर अपनी दुकान चला रहे हैं।
उनका कहना था कि रहमान सर छात्रों को गुमराह कर रहे हैं, जबकि एक शिक्षक का काम केवल शिक्षा देना है। इसके पहले खान सर ने बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग करते हुए कहा था कि वे इस मामले को सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रपति तक ले जाएंगे।
उन्होंने यह भी कहा था कि यदि जरूरत पड़ी, तो वे अभ्यर्थियों के हक में अपनी किडनी तक बेचने को तैयार हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन रहमान सर और खान सर के खिलाफ किस प्रकार की कार्रवाई करता है।