70वीं बीपीएससी परीक्षा विवाद पर प्रशांत किशोर का सत्याग्रह, प्रशासन ने फिर लगाई रोक

पटना

पटना, अशोक “अश्क” पटना में 70वीं बीपीएससी परीक्षा में कथित धांधली को लेकर उठे विवाद के बीच जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर का सत्याग्रह जारी है। पटना जिला प्रशासन ने उनकी हालिया कोशिशों पर रोक लगाते हुए मरीन ड्राइव इलाके में टेंट सिटी के निर्माण को अवैध करार देकर उसे रोक दिया। प्रशांत किशोर ने इस मुद्दे पर सत्याग्रह का ऐलान किया था और गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठे थे, लेकिन प्रशासन के हस्तक्षेप के चलते यह मामला लगातार तूल पकड़ रहा है।

70वीं बीपीएससी पीटी परीक्षा में धांधली के आरोपों के बाद छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था। इस मुद्दे पर विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधते हुए इसे बड़ा राजनीतिक मामला बना दिया। इसी बीच, प्रशांत किशोर ने छात्रों के समर्थन में सत्याग्रह शुरू किया। प्रशासन से अनुमति लिए बिना गांधी मैदान में अनशन शुरू करने पर जिला प्रशासन ने कार्रवाई की।

गांधी मैदान में सत्याग्रह के दौरान प्रशांत किशोर को पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया और कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने कुछ शर्तों के साथ उन्हें जमानत दी, लेकिन पीके ने शर्तों को मानने से इनकार कर दिया। इस हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद कोर्ट ने उन्हें बिना शर्त जमानत दी, लेकिन प्रशांत किशोर ने अपना आंदोलन जारी रखा।

गांधी मैदान से हटने के बाद पीके ने मरीन ड्राइव इलाके में बड़े स्तर पर सत्याग्रह करने की योजना बनाई। इसके लिए वहां टेंट सिटी का निर्माण शुरू किया गया। हालांकि, जिला प्रशासन ने इसे अवैध बताते हुए निर्माण कार्य रोक दिया। आरोप है कि टेंट सिटी के निर्माण के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी।

प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद प्रशांत किशोर के अगले कदम पर सबकी नजर है। बीपीएससी परीक्षा विवाद और सत्याग्रह के इस घटनाक्रम ने बिहार की सियासत को गरमा दिया है। पीके के इस आंदोलन से न केवल छात्रों को समर्थन मिल रहा है, बल्कि विपक्षी दल भी इससे सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। मरीन ड्राइव पर सत्याग्रह को लेकर प्रशासन की सख्ती से प्रशासन और प्रशांत किशोर के बीच यह रस्साकशी अभी और तेज होने की संभावना है।