हास्य व श्रृंगार रस की रसधार में डूबे श्रोता

गोपालगंज

-शहर के जादोपुर रोड में मनाई गयी योगेंद्र योगी की 122 जयंती
-जब दूर साजन हो तो भला मेघ क्यों बरसे योगेंद्र योगी की रचना सुनकर भावुक हुए लोग -शहर के जाने माने साहित्यकार व कवि अधिवक्ता हुए शामिल

गोपालगंज, उषा मिश्रा। मेरे दिल की हो आवाज,तुम्हारा क्या कहना, मैं सारे गमों को पिता रहा, दिल की जख्मों को सिता रहा,तेरे प्यार में बेहाल हुआ, तुझे पाने में कंगाल हुआ तुम्हें आई ना थोड़ा लाज, तुम्हारा क्या कहना,रेयाज अली शाहिल की यह रचना सुनकर श्रोता झूम उठे तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा हॉल गूंज उठा। वही मिथलेश गौतम ने जब दूर साजन हो तो भला मेघ क्यों बरसे,किसी ने सुध ना ली मेरी ना,पूछा मेरा गम क्या,अब मेरे बेकली दिल की बिजली तुम से कम क्या है।

सुनकर श्रोता भाव विभोर हो गए। ज्ञात हो कि शहर के जादोपुर रोड में स्थित हरि मार्केट में शाम शहर के मशहूर अधिवक्ता व प्राख्यात कवि स्व. योगेंद्र प्रसाद योगी के 122 जयंती पर मंगलायतन द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन में अपनी कविता सुनाते हुए कार्यक्रम में शामिल कवियों ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। हमारे शहर की बिजली ये बातें भी बताती है,कि बेगम बेवफा हो किस तरह आती है जाती है,बताया गेंद को बल्ले ने ऐसे प्यार का मतलब की मुहब्बत किस तरह कमजोर की मार खाती है।

मिली किस तरह फांसी भगत सुखदेव को झूठी गवाही पर,अदालत फैसला अभी तक उसी तरह सुनाती है। कवि मधुसूदन तिवारी ने अपनी रचना सुनाकर शमां बांध दिया। वही ट्रेजरी ऑफिसर शशि कांत आर्य ने नरसंहार पर अपने जीवन की पहली रचना व गोपालगंज जिले के स्थापना पर लिखी कविता सुनाकर लोगों को भाव विभोर कर दिया।

सजन अपने नयन एक दूसरे में ऐसे गुम जाय,हमें पहचान लो तुम भी, तुम्हें पहचान ले हम भी। कार्यक्रम में कवि गोरखनाथ गुंजन,गुलाम सरवर हाशमी,मेराजुद्दीन तरुना, जकी हाशमी, आदि कवियों ने अपनी रचनाओं व विभिन्न रसों की कविताएं सुनाकर श्रोताओं को अलग-अलग भावों से जोड़ा। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष धीरेंद्र उर्फ मुन्ना मिश्र ने किया जबकि कार्यक्रम की शुरुआत कलाकार सुनील दुबे ने सरस्वती वंदना व अपनी एक रचना से की।

जबकि मंच का संचालन कर रहे अधिवक्ता कवि सह मंगलायतन के सचिव मनीष कुमार मिश्रा ने बीच-बीच में शेरों शायरी अपने अंदाज में सुनाकर शमा बांध दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि टीओ शशि कांत आर्य,विशिष्ट अतिथि अंचलाधिकारी रजत वर्णवाल,व साधु शरण पांडेय,डॉ एचपी सिंह,डॉ ओपी तिवारी,डॉ भरत प्रसाद, अधिवक्ता अमरेंद्र सिंह, नवीन कुमार श्रीवास्तव,सागर पांडेय,नजरे हयात,संजय चौबे जयहिंद प्रसाद सहित सैकड़ों की संख्या साहित्य प्रेमी उपस्थित रहे।