पटना, अशोक “अश्क” पटना जंक्शन पर अब यात्रियों की सहायता के लिए एक खास और आधुनिक सुविधा का इजाफा होने जा रहा है। यहां देश में पहली बार यात्रियों की मदद के लिए रोबोट तैनात किया जाएगा। यह रोबोट विशेष रूप से असाक्षर यात्रियों के लिए सहायक साबित होगा। इसे दानापुर रेल मंडल प्रशासन ने तैयार किया है, और जल्द ही इसे ट्रायल के तौर पर पटना जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर स्थापित किया जाएगा।

इस रोबोट को परी(पैसेंजर असिस्टेंट रेलवे इंक्वायरी) नाम दिया गया है। जानकारी के अनुसार, इस रोबोट का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को ट्रेनों से जुड़ी जानकारी प्रदान करना है, खासकर उन लोगों के लिए जो मोबाइल या इंटरनेट से जानकारी प्राप्त नहीं कर पाते। यह रोबोट यात्रियों से गंतव्य और ट्रेन नंबर जैसे सवाल पूछे जाने पर उन्हें संबंधित ट्रेन की सही जानकारी देगा, जैसे कि ट्रेन का आगमन समय, देरी और अन्य जरूरी विवरण।
इससे जहां एक ओर पूछताछ काउंटर पर भीड़ में कमी आएगी, वहीं यात्रियों को सटीक और त्वरित जानकारी मिल सकेगी। पटना जंक्शन पर प्रतिदिन लगभग तीन लाख यात्री ट्रेन से आवागमन करते हैं। इनमें से अधिकांश यात्री मोबाइल ऐप्स या वेबसाइट्स के माध्यम से ट्रेनों की जानकारी प्राप्त कर लेते हैं, लेकिन हजारों ऐसे यात्री होते हैं जो तकनीकी ज्ञान की कमी के कारण सीधे पूछताछ काउंटर पर जानकारी के लिए जाते हैं।
ऐसे में परी रोबोट इन यात्रियों के लिए वरदान साबित होगा। इस रोबोट का ट्रायल जल्द ही शुरू किया जाएगा और अगर यह सफल रहता है, तो इसके बाद पटना जंक्शन पर इसका औपचारिक उद्घाटन किया जाएगा। ट्रायल के बाद, दानापुर मंडल के उच्च अधिकारियों की उपस्थिति में रोबोट को यात्रियों के लिए पूरी तरह से चालू कर दिया जाएगा।
रेलवे की योजना है कि दानापुर मंडल के अन्य व्यस्त स्टेशनों पर भी इस प्रकार के रोबोट लगाए जाएं। इसके अलावा, निजी कंपनियों को भी यह अवसर मिलेगा कि वे यात्रियों की सुविधा के लिए रोबोट स्टेशनों पर लगाए और इसके बदले स्टेशन पर प्रचार की अनुमति प्राप्त कर सकें। इस पहल से न केवल यात्रियों को सुविधा होगी, बल्कि रेलवे की सेवाओं में भी सुधार होगा।