राजधानी पटना समेत 18 रेलवे स्टेशनों को एयरपोर्ट तर्ज पर विकसित किया जायेगा

पटना

पटना, अशोक “अश्क” पूर्व मध्य रेलवे के दानापुर मंडल में स्थित पटना जंक्शन समेत 18 रेलवे स्टेशनों को अब एयरपोर्ट के तर्ज पर विकसित किया जाएगा। इस परियोजना के तहत इन स्टेशनों को अत्याधुनिक और विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस किया जाएगा, ताकि यात्री यात्रा के दौरान अधिक आरामदायक और सुविधाजनक अनुभव प्राप्त कर सकें। इस विकासात्मक योजना में पटना जंक्शन के अलावा पाटलिपुत्र, दानापुर, बक्सर, पटना साहिब, डुमरांव, आरा, दिलदारनगर और अन्य प्रमुख स्टेशन भी शामिल हैं।

इन स्टेशनों को अमृत भारत योजना के तहत फिर से विकसित किया जाएगा। रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, यह परियोजना यात्रियों को उच्च गुणवत्ता की सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना के तहत, प्रत्येक स्टेशन पर शॉपिंग मॉल, मल्टीलेवल पार्किंग, फूड प्लाजा, होटल और अन्य आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होगी।

इसके साथ ही, यात्रियों के लिए समुचित सफाई, सुरक्षा और आरामदायक सुविधाओं के इंतजाम किए जाएंगे। यह बदलाव यात्रियों के लिए एक बेहतर और सुविधाजनक यात्रा अनुभव सुनिश्चित करेगा। रेलवे बोर्ड की नीतियों के अनुसार, इन स्टेशनों पर छोटे मॉल के निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

टेंडर के चयन के बाद, व्यापारियों को मॉल में अपनी दुकानें स्थापित करने की अनुमति दी जाएगी, जिससे यात्रियों को यात्रा के दौरान आवश्यक सामान मिल सकेगा। रेलवे मंडल के अधिकारियों के अनुसार, रेलवे की खाली जमीन का सर्वेक्षण शुरू हो चुका है, और इसे व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

इसके अलावा, विभिन्न व्यापारिक विचारों को भी इस प्रक्रिया में शामिल किया जा सकता है, और इसके लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया की शुरुआत की जाएगी। जो लोग नए व्यापारिक विचारों के साथ इन स्टेशनों के विकास में योगदान देना चाहते हैं, वे रेलवे मंडल से संपर्क कर सकते हैं। दानापुर मंडल की यह पहल रेलवे स्टेशनों के विकास में एक नई दिशा में ले जाएगी।

अगर इस परियोजना के तहत यात्रियों से सकारात्मक फीडबैक प्राप्त होता है, तो इसे अगले तीन सालों तक बढ़ाया जा सकता है। अगर यह योजना सफल रहती है, तो इसे अन्य मंडलों में भी लागू किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत दानापुर मंडल के अलावा समस्तीपुर, सोनपुर,
धनबाद और दीनदयाल उपाध्याय मंडल जैसे प्रमुख मंडल भी शामिल हैं, और इन सभी स्टेशनों को इस आधुनिक योजना के तहत विकसित किया जाएगा।

दानापुर मंडल के तहत 18 स्टेशनों के परिसर में यात्रियों की सुविधा के लिए कई प्रमुख बदलाव किए जाएंगे। इन स्टेशनों पर प्रवेश गेटों के सामने चौड़ी सड़क बनाई जाएगी, जिससे यात्री मुख्य गेट, वीआईपी और प्रथम श्रेणी गेट से आसानी से प्लेटफॉर्म तक पहुँच सकेंगे। इस सड़क को इस प्रकार डिजाइन किया जाएगा कि यात्रियों को स्टेशन में प्रवेश करते ही स्थानीय संस्कृति का एहसास हो सके।

स्थानीय धरोहरों, धार्मिक, दार्शनिक और पर्यटक स्थलों के चित्र और कलाकृतियों के माध्यम से स्टेशन को एक सांस्कृतिक अनुभव में बदला जाएगा। इस परियोजना के तहत यात्रियों को न केवल बेहतर सुविधा मिलेगी, बल्कि इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी विकास होगा।

विभिन्न स्टेशनों के पास व्यावसायिक गतिविधियाँ बढ़ने से स्थानीय व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही, यात्रियों को सुरक्षित, आरामदायक और प्रभावी यात्रा का अनुभव मिलेगा, जो कि भारतीय रेलवे के प्रति विश्वास को और मजबूत करेगा।