समस्तीपुर, अशोक “अश्क” जिले के बिथान पंचायत के दर्जनों लाभुकों ने पंचायत के आवास सहायक पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास देने के नाम पर अवैध उगाही का गंभीर आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक आवास सहायक को घूस नहीं दी जाती, तब तक वे लाभुकों का सर्वे नहीं करते हैं। इस मनमानी से नाराज ग्रामीणों ने अब उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

पंचायत के कई लाभुकों, जिनमें माया देवी, सोनम कुमारी, श्यामा देवी, उर्मिला देवी, पारो देवी, काजल देवी और नेहा देवी शामिल हैं, ने आरोप लगाया कि आवास सहायक अशोक कुमार ने नाम जोड़ने के बदले उनसे अवैध रूप से पैसे लिए हैं। उन्होंने बताया कि योजना के तहत पात्र लोगों को बिना किसी शुल्क के लाभ मिलना चाहिए, लेकिन यहां खुलेआम रिश्वतखोरी हो रही है।
इस मामले को लेकर पंचायत समिति सदस्य राहुल कुमार ने भी आवास सहायक के खिलाफ आवाज उठाई है। उन्होंने इस अवैध वसूली की शिकायत प्रखंड विकास पदाधिकारी से की है। राहुल कुमार ने बताया कि कई गरीब और जरूरतमंद लोगों का नाम सिर्फ इसलिए लिस्ट में नहीं जोड़ा जा रहा है क्योंकि वे रिश्वत देने में सक्षम नहीं हैं।
बीडीओ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा, हमें शिकायत मिली है, और पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। अगर आरोप सही पाए जाते हैं, तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों में इस भ्रष्टाचार को लेकर जबरदस्त आक्रोश है। उनका कहना है कि सरकार गरीबों को आवास देने के लिए योजना चला रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर भ्रष्टाचार के कारण वास्तविक लाभुकों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द से जल्द इस मामले में उचित कार्रवाई करने की मांग की है, ताकि भविष्य में कोई भी अधिकारी इस तरह की अवैध उगाही न कर सके। अब देखना यह होगा कि जांच में क्या सामने आता है और प्रशासन इस मामले को कितनी तेजी से सुलझाता है। फिलहाल, बिथान पंचायत में इस घूसखोरी के मुद्दे को लेकर काफी चर्चा हो रही है, और ग्रामीणों को उम्मीद है कि दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।