डुमरांव / बिफोर प्रिंट: विधायक अजीत कुमार सिंह ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि विधानसभा सत्र के मद्देनजर भाकपा-माले विधायक दल की बैठक में ‘बदलो बिहार महा जुटान’ के तहत उठाए जा रहे मुद्दों और आंदोलनकारी ताकतों के सवालों को विधानसभा में जोरदार तरीके से उठाने की रणनीति पर चर्चा की गई है। विधायक दल का स्पष्ट माना है कि भाजपा-जदयू सरकार का इकबाल पूरी तरह से खत्म हो चुका है.

बिहार की जनता अब बदलाव चाहती है। यह समय राज्य के राजनीतिक परिदृश्य को बदलने का है।विधायक ने कहा कि विधायक दल ने इस बार विधानसभा में जनांदोलनों से जुड़े मुद्दों को मजबूती से उठाने का निर्णय लिया है। इसमें विशेष रूप से जीविका कार्यकर्ताओं, आशा-आंगनबाड़ी सेविकाओं, रसोइयों, माइक्रोफाइनेंस से प्रभावित महिलाओं, रात्रि प्रहरी, विद्युत मानव बल, ग्रामीण चिकित्सकों, लाइब्रेरियन, फार्मासिस्ट, डाटा एंट्री ऑपरेटर, सहायक उर्दू अनुवादक, होमगार्ड, बेलट्रोन संचालित कार्यपालक सहायक, जेपी सेनानी, स्वच्छता कार्यकर्ता, चौकीदार संघ, किसान सलाहकार और अन्य संघर्षरत श्रमिकों के मुद्दे शामिल हैं।
इन मुद्दों को विधानसभा में उठाकर सरकार से जवाब मांगने की योजना बनाई गई है।इसके अलावा पर्चा धारियों की बेदखली, मुसहर समुदाय पर बढ़ते हमले, हर प्रखंड में डिग्री कॉलेज की स्थापना, सिकमी बटाईदारों को उनका पुश्तैनी हक, सभी गरीब परिवारों को एकमुश्त 2 लाख रुपये देने, 2013 के रेट के अनुसार भूमि अधिग्रहण का मुआवजा देने, वृद्धावस्था और विधवा पेंशन 3000 रुपये करने, सभी जरूरतमंदों को 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने जैसे महत्वपूर्ण सवालों पर भी चर्चा की गई। इन सवालों को विधानसभा में उठाने की रणनीति पर विस्तार से विचार किया