पटना, अशोक “अश्क” पाकिस्तानी सेना ने ऑपरेशन स्विफ्ट रिटॉर्ट की छठी वर्षगांठ पर दुश्मना सुन नाम से एक नया गाना जारी किया है, जिसमें भारत को चेतावनी देने का प्रयास किया गया है। हालांकि, यह गाना पाकिस्तान के भीतर ही आलोचनाओं के घेरे में आ गया है। सोशल मीडिया पर लोग इसे छाती पीटने वाली हरकत करार दे रहे हैं और सेना की प्राथमिकताओं पर सवाल उठा रहे हैं। इस गाने में 2019 के ऑपरेशन स्विफ्ट रिटॉर्ट की घटनाओं को दर्शाया गया है, जिसमें पाकिस्तानी वायुसेना ने भारतीय वायुसेना के दो लड़ाकू विमानों पर हमला करने का दावा किया था।

इसी ऑपरेशन के दौरान भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को पाकिस्तान ने पकड़ लिया था, जिन्हें बाद में रिहा कर दिया गया था। इस गाने में उस समय की वास्तविक फुटेज का इस्तेमाल किया गया है, जिसमें समाचार चैनलों की क्लिपिंग, वायुसेना की झलकियां और विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान की वह तस्वीर भी शामिल है, जिसमें वे चाय का कप पकड़े मुस्कुरा रहे हैं।
पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग आईएसपीआर ने इस गाने को देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए सशस्त्र बलों की अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। लेकिन सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी जनता ने इस गाने की खिल्ली उड़ाई है। कई लोगों ने सेना को सुझाव दिया कि वे ऐसी दिखावटी हरकतों से बचें और देश के असली मुद्दों पर ध्यान दें। ट्विटर और फेसबुक पर कई पाकिस्तानी यूजर्स ने इस गाने का मजाक उड़ाया। एक यूजर ने लिखा, कोई इन्हें रविवार का मैच दिखा दें।
अब समय आ गया है कि ये लोग चाय खत्म करके असली मुद्दों पर ध्यान दें। एक अन्य यूजर ने लिखा, भारत हमारा दुश्मन नहीं है, अब हम जानते हैं कि यह लड़ाई सिर्फ राजनेताओं के बीच है, आम जनता के बीच नहीं। भारत और पाकिस्तान की सेना सिर्फ अपना चूरन बेच रही है, जो अब बिकने वाला नहीं। कुछ लोगों ने हाल ही में हुए भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच का जिक्र करते हुए सेना को हकीकत का सामना करने की नसीहत दी। एक यूजर ने कटाक्ष किया, बॉर्डर छोड़कर म्यूजिक बैंड बना लें, शायद ज़्यादा कामयाबी मिले।
विश्लेषकों का कहना है कि पाकिस्तान इस समय गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा है, महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है। ऐसे में सेना का इस तरह का प्रचार वीडियो जारी करना जनता को प्रभावित नहीं कर पा रहा है। लोगों का ध्यान वास्तविक मुद्दों से हटाने की इस कोशिश पर सवाल उठ रहे हैं।
कुछ लोगों ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को अब भारत के साथ दुश्मनी के इस नैरेटिव से बाहर निकलना चाहिए और शांति की ओर बढ़ना चाहिए। सोशल मीडिया पर जिस तरह से जनता ने इस गाने को खारिज किया है, उससे साफ है कि अब पाकिस्तान में भी लोग युद्ध और टकराव की राजनीति से थक चुके हैं।