मोतिहारी / राजन द्विवेदी। बिहार में हाल ही में पेश किए गए राज्य बजट के बाद जिला कांग्रेस कमिटी, पूर्वी चंपारण के जिला अध्यक्ष इं० शशि भूषण राय उर्फ गप्पु राय ने सरकार के खिलाफ तीखी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि यह बजट बिहार की जनता के लिए कोई सार्थक पहल नहीं लाया है और राज्य के समग्र विकास के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।

गप्पु राय ने कहा, “इस बजट में न तो नए कारखानों की स्थापना की बात की गई और न ही रोजगार सृजन को लेकर कोई खास योजना का उल्लेख किया गया।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ने यह तक नहीं बताया कि वह पेपर लीक जैसी समस्याओं पर काबू पाने के लिए क्या कदम उठाएगी। उनके मुताबिक, यह बजट पूरी तरह से बेअसर और विफल है, क्योंकि इसमें बिहार की सबसे बड़ी समस्याओं के समाधान के लिए कोई दिशा-निर्देश नहीं दिए गए।
कांग्रेस नेता ने कानून-व्यवस्था पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि इस बजट में इस महत्वपूर्ण विषय पर कोई चर्चा नहीं की गई। उनका मानना था कि बिहार में बढ़ती अपराध की घटनाओं और कानून व्यवस्था की स्थिति पर सरकार का ध्यान केंद्रित करना बेहद जरूरी है, लेकिन बजट में इस पर कोई ठोस उपाय नहीं सुझाए गए हैं।
गप्पु राय ने मोतिहारी के विकास से जुड़ी समस्याओं को भी उठाया। उन्होंने कहा कि मोतिहारी में वर्षों से बंद पड़ी चीनी मिल को लेकर बजट में कोई ठोस घोषणा नहीं की गई, जबकि यह मिल न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि लाखों लोगों के रोजगार का भी सवाल है। इसके अलावा, उन्होंने मोतिहारी में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के मुद्दे पर भी सरकार से जवाब तलब किया।
बिहार के विकास के लिए हवाई अड्डे के निर्माण की भी आवश्यकता है, लेकिन बजट में इस पर कोई विचार नहीं किया गया, यह भी गप्पु राय का आरोप था। उन्होंने कहा, “मोतिहारी में हवाई अड्डा खोलने की बात तो दूर, इस बजट में इस पर कोई चर्चा तक नहीं की गई है।”
उन्होंने आयुर्वेदिक कॉलेज के बंद होने और उसकी स्थिति पर भी सरकार की अनदेखी की आलोचना की। उनके मुताबिक, यह कॉलेज वर्षों से बंद पड़ा है और बिहार के स्वास्थ्य क्षेत्र के विकास के लिए इसका महत्व बहुत है, लेकिन सरकार ने इस पर भी कोई ध्यान नहीं दिया।
आखिरकार, शशि भूषण राय उर्फ गप्पु राय ने कहा कि इस बजट में बिहार के विकास और जनता की भलाई के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि इस बजट से बिहार की जनता पूरी तरह निराश हो चुकी है और राज्य सरकार ने जनता की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
कांग्रेस नेता ने सरकार से मांग की कि बिहार के विकास के लिए सरकार को सच्चे अर्थों में गंभीर पहल करनी चाहिए और बजट में बिहार की समस्याओं का समाधान पेश करना चाहिए, ताकि बिहार के लोग बेहतर भविष्य की ओर बढ़ सकें।