मोतिहारी में दो दिवसीय ‘शौर्य वेदनम्’ उत्सव का भव्य आगाज, सेना के पराक्रम का प्रदर्शन

मोतिहारी / राजन द्विवेदी। भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम को समर्पित ‘शौर्य वेदनम्’ उत्सव का दो दिवसीय कार्यक्रम का आज भव्य आगाज मोतिहारी के ऐतिहासिक गांधी मैदान में किया गया। ‘अपनी आर्मी को जाने’ कार्यक्रम के तहत आयोजित इस प्रदर्शनी का उद्घाटन बिहार के राज्यपाल महामहिम आरिफ मोहम्मद खान, रक्षा मंत्रालय की स्थायी समिति के अध्यक्ष सह सांसद राधा मोहन सिंह, और सेना के वरीय अधिकारियों ने संयुक्त रूप से किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महामहिम राज्यपाल ने कहा कि भारत की सेना अपने सर्वस्व न्यौछावर कर अपने देश की दिन रात सुरक्षा में तैनात है। इनकी राष्ट्रभक्ति अतुल्य है। हम सभी अपने घरों में अगर चैन से सोते हैं तो सेना के जवानों की बदौलत ही संभव हो सका है। इनके पराक्रम और शौर्य की व्याख्या करना अकल्पनीय है।
- भारत की रक्षा शक्ति में हुआ ऐतिहासिक विकास : राधा मोहन सिंह
कार्यक्रम में संबोधित करते हुए सांसद, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं रक्षा मंत्रालय की स्थायी समिति के अध्यक्ष राधा मोहन सिंह ने कहा कि बीते दस वर्षों में भारत ने रक्षा क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सशक्त किया गया है। हमारी सेना अत्याधुनिक हथियारों से लैस है, और हमारी रक्षा नीति एवं रणनीति में क्रांतिकारी बदलाव आए हैं।
उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया पहल के तहत स्वदेशी रक्षा उत्पादन को प्राथमिकता दी गई है, जिससे भारतीय रक्षा उद्योग को नई गति मिली है। रक्षा बजट में वृद्धि के साथ सेना के आधुनिकीकरण, नए रक्षा उपकरणों की खरीद और सैन्य ढांचे को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया गया है।
- सैन्य आधुनिकीकरण में भारत की उपलब्धियां
सांसद राधा मोहन सिंह ने भारत की रक्षा क्षमताओं में हुए विस्तार को रेखांकित करते हुए कहा कि हाल के वर्षों में राफेल लड़ाकू विमान, अपाचे और चिनूक हेलीकॉप्टरों का समावेश, एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली की तैनाती की गई। स्वदेशी तेजस लड़ाकू विमान, अग्नि-5 मिसाइल, ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल और अरिहंत परमाणु पनडुब्बी की सफल तैनाती है।
पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत भारतीय नौसेना में शामिल हुए।
सीमा सुरक्षा को मजबूत करने के लिए आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया, लेह-लद्दाख में सामरिक महत्व की अटल सुरंग बनाई गई।
डिजिटल और साइबर रक्षा क्षमताओं को बढ़ाया गया, जिसमें एंटी-सैटेलाइट मिसाइल परीक्षण ( एएसएटी) शामिल है।
- बिहार की वीर भूमि और सेना में योगदान
सांसद ने कहा कि मोतिहारी की धरती वीरता और बलिदान की साक्षी रही है। चंपारण सत्याग्रह से स्वतंत्रता संग्राम की नई शुरुआत हुई थी, और आज भी बिहार के युवा सेना में योगदान देकर देश की रक्षा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सेना का जीवन अनुशासन, साहस और बलिदान का जीवन है, लेकिन यह सम्मान, सौहार्द और उद्देश्य की भावना से भी भरपूर है। भारतीय सेना की वीरता को सलाम करते हुए उन्होंने युवाओं से सेना में भर्ती होने और देश की सुरक्षा में योगदान देने का आह्वान किया।
- प्रदर्शनी में आधुनिक सैन्य उपकरणों और रोमांचक प्रदर्शन किए
‘शौर्य वेदनम्’ उत्सव में भारतीय सेना की स्थल, जल और वायुसेना के वीर जवानों ने भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण में बोफोर्स तोप, टी-90 टैंक, एके-47 और अन्य अत्याधुनिक हथियारों का प्रदर्शन शामिल थे। साथ ही
डॉग शो, रोबोटिक मल्स, मोटरसाइकिल डिस्प्ले, पैरामोटर, माइक्रोलाइट फ्लाइंग और पैरा जंपिंग एवं एयरक्राफ्ट और मार्शल आर्ट का भी देश के जवानों ने प्रदर्शन किया।
भारतीय संस्कृति की झलक – भांगड़ा, खुकरी नृत्य और छऊ नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी। इस अवसर पर मंचासीन अतिथियों में लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्या सेन गुप्ता (पीवीएसएम, यूवाईएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम, आर्मी कमांडर मध्य कमान), लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. शेखावत (पीवीएसएम, एवीएसएम, एसएम, जीओसी मध्य भारत), बिहार के डीजीपी विनय कुमार, बिहार सरकार के मंत्री कृष्णनंदन पासवान, पूर्व मंत्री प्रमोद कुमार, विधान पार्षद महेश्वर सिंह, जिला पदाधिकारी सौरभ जोरवाल, पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
बताया कि रक्षा शक्ति का प्रदर्शन और सेना के प्रति सम्मान कार्यक्रम सांसद राधा मोहन सिंह की पहल पर आयोजित हुई इस कार्यक्रम में सेना की सामरिक शक्ति, आधुनिक उपकरणों, और युवा पीढ़ी के लिए रोजगार के अवसरों को प्रदर्शित किया गया। उन्होंने भारतीय सेना को इस प्रदर्शनी के आयोजन के लिए धन्यवाद देते हुए कहा आइए, हम सब मिलकर ‘सशक्त सेना, समृद्ध भारत’ के लक्ष्य की ओर बढ़ें और सेना के साथ मिलकर एक शक्तिशाली, आत्मनिर्भर एवं विकसित भारत का निर्माण करें।