डेस्क/ विक्रांत। बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के पादप शरीरक्रिया विज्ञान एवं जैव रसायन विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस उत्साह के साथ सम्मेलन कक्ष में मनाई गई। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लैंगिक समानता को बढ़ावा देना, सामाजिक रूढ़ियों को समाप्त करना और उच्च शिक्षा को प्रोत्साहित करना था।

विज्ञान और शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं के योगदान को सम्मानित करने के लिए, तीन प्रतिष्ठित महिला वैज्ञानिकों—डॉ. सरीता नाहकपम, डॉ. सुदेष्णा दास और डॉ. मिन्नू सासी—को इस कार्यक्रम में अध्यक्षता को लेकर सम्मानित किया गया। यह पहल विश्वविद्यालय के समावेशी और सशक्त शैक्षणिक वातावरण को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
सभी संकाय सदस्यों ने उपस्थित होकर अपने संदेशों के माध्यम से महिला वैज्ञानिकों को सम्मान दिया और उनके अनुसंधान व शिक्षा में बहुमूल्य योगदान के लिए कृतज्ञता प्रकट की। यह कार्यक्रम बिहार कृषि विश्वविद्यालय की *प्रगतिशील सोच और *शिक्षा एवं विज्ञान में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धताको दर्शाता है। इसकी जानकारी जन संपर्क अधिकारी डा राजेश कुमार ने दी है.