सेंट्रल डेस्क। कन्हैयालाल हत्याकांड में पुलिस ने राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उदयपुर के टेलर कन्हैयालाल हत्याकांड की जांच कर रही एनआईए की पूछताछ में सामने आया कि इस हत्याकांड में मोहम्मद गौस और रियाज के अलावा कुल पांच लोग शामिल थे। टेलर कन्हैयालाल की हत्या को पूरी प्लानिंग के साथ अंजाम दिया गया था।
वहीं वारदात के दौरान किसी गड़बड़ी से बचने के लिए एक बैकअप प्लान भी बनाया गया था, जिसमें तीन और लोग शामिल थे। कन्हैयालाल हत्याकांड की जांच कर रही एनआईए ने इस हत्याकांड के मुख्य आरोपियों मोहम्मद गौस और रियाज के दो साथियों मोसिन और आसिफ को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की। इन दोनों ने एनआईए की टीम को बताया कि हत्या के बाद मोहम्मद गौस और रियाज को एक सेफ पैसेज देने के लिए बैकअप प्लान भी तैयार था।
इस बैकअप प्लान में तीन लोग शामिल थे। प्लान के मुताबिक, मोसिन और उसका साथी आसिफ कन्हैयालाल की दुकान से थोड़ी दूरी पर खड़े थे। वहीं उनका एक अन्य साथी स्कूटी पर नजदीक मौजूद था। मोसिन और आसिफ ने जांच टीम को बताया कि इनकी प्लानिंग थी कि, अगर कन्हैयालाल की हत्या के बाद किसी वजह से गौस और रियाज पकड़े जाते हैं तो उनको वहां से निकालने का काम इन तीनों का था। इनके पास भी खंजर थे और ये भीड़ पर हमला कर के उनको बचा लेते।
बताते चलें कि कन्हैयालाल की हत्या में शामिल हत्यारों मोहम्मद गौस और रियाज को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं इस मामले की जांच कर रही टीम ने उनके दो साथियों मोसिन और आसिफ को भी गिरफ्तार कर लिया है। इन दोनों को आज जयपुर की NIA की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।