बीपी डेस्क। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में महिला डॉक्टर के साथ हुए रेप-मर्डर मामले पर देशभर के डॉक्टर्स प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका कहना है कि जब तक पीड़िता को न्याय नहीं मिल जाता है और केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम लागू नहीं हो जाता है, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहने वाला है. सुप्रीम कोर्ट ने भी कोलकाता रेप मामले पर सुनवाई की है और इस दौरान ममता सरकार को जमकर फटकार लगाई है.
आइए इस मामले से जुड़े अपडेट्स जानते हैं:
बीजेपी की पश्चिम बंगाल यूनिट आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ कथित रेप और हत्या की घटना के खिलाफ आज से 5 दिन तक श्यामबाजार मेट्रो स्टेशन के पास धरना-प्रदर्शन करेगी. मंगलवार को कलकत्ता हाईकोर्ट ने प्रदर्शन की अनुमति दे दी. अदालत ने निर्देश दिया कि बुधवार से रविवार तक हर दिन दोपहर 12 बजे से रात 9 बजे तक प्रदर्शन में 300 से अधिक लोग नहीं होने चाहिए. यह स्थल आरजी कर हॉस्पिटल से करीब आधा किलोमीटर दूर है.
बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व क्रिकेटर सौरव गांगुली यानी दादा बुधवार (21 अगस्त) को कोलकाता की घटना के विरोध में और पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग को लेकर सड़क पर उतरेंगे. आज दोपहर में कोलकाता मैदान में गोष्ठ पाल के प्रतिमा के नीचे पूर्व खिलाड़ी प्रदर्शन करेंगे. वहीं बुधवार शाम को सौरव की पत्नी डोना डांस स्कूल दीक्षा मंजुरी की ओर से जुलूस निकाला जाएगा.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कोलकाता रेप केस पर सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप का स्वागत किया है. आईएमए ने कहा कि वह रक्षा और सुरक्षा पर समिति के साथ काम करेगा. हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स के साथ हिंसा के खिलाफ अध्यादेश लाकर केंद्रीय कानून लागू करने की मांग बरकरार है. आईएमए आज दिल्ली में सभी आरडीए संगठनों के साथ बैठक करने वाला है. इसमें प्रदर्शन को लेकर रणनीति बनाई जाएगी.
दिल्ली हाईकोर्ट बार एसोसिएशन (डीएचसीबीए) ने कोलकाता की घटना की निंदा की है. इसने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और केंद्र-राज्य सरकार से गुजारिश की है कि ऐसे उपायों को लागू किया जाए, जिससे इस तरह की घटनाएं भविष्य में नहीं हों. एकजुटता दिखाने और पीड़िता और उसके परिवार का सम्मान करने के लिए एसोसिएशन ने फैसला किया है कि उसके सदस्य 21 अगस्त, 2024 को सफेद रिबन बैंड पहनेंगे.
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि अगर महिलाएं काम पर नहीं जा पा रही हैं और काम करने की स्थितियां सुरक्षित नहीं हैं तो हम उन्हें समानता से वंचित कर रहे हैं. कोर्ट ने इस घटना पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि जमीनी स्तर पर चीजें बदलने के लिए देश एक और दुष्कर्म की घटना का इंतजार नहीं कर सकता.
सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टर्स के लिए सुरक्षा, सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय प्रोटोकॉल बनाने के लिए 10 सदस्यीय नेशनल टास्क फोर्स गठित किया. अदालत ने सीबीआई को कोलकाता में डॉक्टर के रेप-मर्डर मामले में जांच पर 22 अगस्त तक स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया. साथ ही पश्चिम बंगाल सरकार को आरजी कर अस्पताल पर भीड़ के हमले की जांच की प्रगति पर 22 अगस्त तक स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का भी निर्देश दिया गया.
सुप्रीम कोर्ट ने प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील करते हुए कहा कि उनकी चिंता को बहुत गंभीरता से लिया जा रहा है. अदालत ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश दिया ताकि डॉक्टर्स काम फिर से शुरू कर सकें.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर पश्चिम बंगाल के गवर्नर सीवी आनंद बोस ने कहा, “पूरे देश ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बड़ी राहत के साथ सुना. याद रखें, हर संत का एक अतीत होता है, हर पापी का एक भविष्य होता है. कोई सुन रहा है? क्या ममता बनर्जी कृपया अपने हाथ उठाएंगी?”
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा वह भविष्य में कोलकाता में डॉक्टर रेप-मर्डर के मामले पर बोलेंगे, क्योंकि वह दलित युवक की हत्या के मुद्दे से ध्यान भटकाना नहीं चाहते, जिसके लिए वह यहां (रायबरेली) आए हैं. वहीं, बीजेपी ने राहुल पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें अपराध सिर्फ बीजेपी शासित राज्यों में दिखता है. रायबरेली में एक दलित युवक की हत्या कर दी गई है.
बीजेपी ने कहा कि केंद्र सरकार कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में डॉक्टर के साथ हुए रेप-मर्डर मामले पर पूरी संवेदनशीलता और सतर्कता के साथ नजर रखे हुए है और पीड़िता के लिये न्याय सुनिश्चित करने के संबंध में उचित कदम उठाएगी.