बोधगया, शिवानंद गिरी : मोक्ष और ज्ञान की प्रसिद्ध गया के बोधगया में शुक्रवार को बौद्ध महोत्सव 2023 का शानदार आगाज हो गया। वही 27 जनवरी से शुरू हो हुए तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव में हर खास अवसरों पर अपनी कला प्रदर्शन करने को लेकर पूरे दुनियांभर में मशहूर बिहार के पूर्वी चम्पारण जिले के घोड़ासहन बनकटवा प्रखंड के बिजबनी गांव निवासी विश्व विख्यात युवा रेत कलाकार मधुरेंद्र कुमार ने अपनी बेहतरीन कला का जादू बिखेरते हुए देश विदेश तथा कई प्रदेशों से आने वाले सैलानियों के स्वागत में कलाकृति बनाई।
बोधगया के कालचक्र मैदान में बनें मुख्य सांस्कृतिक पंडाल के बगल में बायीं ओर रेत से बनी इस कलाकृति को बिहार सरकार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कुछ देर तक निहारते हुए मधुरेंद्र की कलाकृति को जमकर तारीफ करने लगें। । सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र ने दो दिनों के कठिन मेहनत के बाद 20 फिट लंबी और 10 फिट ऊंची बालू पर गयाजी डैम, जलाशय के साथ बोद्धगया में स्थापित विश्वप्रसिद्ध महाबोधी बौद्ध मंदिर में विराजमान भगवान बुद्ध की भव्य तस्वीर बनाकर लिखा हर घर गंगा का जल। यह कलाकृति आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। लोग अपने अंदाज में सेल्फी लेते नजर आ रहें है।
बता दें कि सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र महत्वपूर्ण तिथियों, देश तथा विदेशों में हुए प्राकृतिक घटनाओं व जवलंत विषयों पर तुरंत अपनी कला प्रदर्शन कर समाज को एक नया संदेश देते रहते हैं। वह अपनी रेत कला के बदौलत राज्य के हर बड़े समारोह से लेकर विदेशों में भी पहचान स्थापीत करने में कामयाबी हासिल कर बिहार का नाम अंतराष्ट्रीय फलक पर रौशन की हैं।
मौके पर उपस्थित बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, बिहार सरकार के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत, सहकारिता मंत्री सुरेंद्र प्रसाद यादव, प्रौद्योगिकी सह जिला के प्रभारी मंत्री मो इसराइल मंसूरी, पर्यटन सचिव अभय कुमार सिंह, जिलाधिकारी डॉ त्याग राजन, बीटीएमसी के सचिव एन दोराजे, वरीय उपसमाहर्ता सह पर्यटन के प्रभारी पदाधिकारी अभिषेक कुमार, बीडीओ सतीश कुमार अन्य देशों में श्रीलंका, म्यांमार, वियतनाम, थाईलैंड, भूटान, कामोडिया, इंडोनेशिया, जापान व नेपाल आये बौद्धिस्ट मेहमानों समेत हजारों स्थानीय लोगों ने भी मधुरेन्द्र की कलाकृत्ति की सराहना करते बधाई दी।