बीकानेर/विक्रांत । स्वामी केशवानन्द राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय का 37वां स्थापना दिवस एवं पूर्व छात्र सम्मेलन मंगलवार को विश्वविद्यालय के विद्या मंडप में मनाया जायेगा।
छात्र कल्याण निदेशक डॉ. वीर सिंह ने बताया कि सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर से कृषि एवं सम्बद्ध संकायों को पृथक कर 01 अगस्त, 1987 को इस विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थी, तब इसका नाम राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय रखा गया था।
स्वामी केशवानंद के कृषि, शिक्षा एवं राजभाषा के उत्थान के लिए दिए गए योगदान के सम्मान में 09 जून 2009 को राजस्थान सरकार द्वारा इसका नाम स्वामी केशवानन्द राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर कर दिया गया। विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद यह पहला अवसर है जब कृषि, सामुदायिक विज्ञान व कृषि प्रबंधन संस्थान के पूर्व छात्र एक साथ सम्मिलित होंगे।
समारोह की अध्यक्षता कुलपति डॉ. अरूण कुमार करेंगे तथा मुख्य अतिथि डॉ. नरेन्द्र सिंह राठौड़, पूर्व कुलपति, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर तथा पूर्व उप-महानिदेशक (कृषि शिक्षा) भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली होंगे। इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि प्रो. बी. आर. छीपा, पूर्व कुलपति, स्वामी केशवानन्द राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर होंगे।
कार्यक्रम में डॉ. एन.एस. राठौड़, प्रथम कुलपति डॉ. के. एन. नाग की स्मृति में आयोजित होने वाली व्याख्यानमाला अन्तर्गत अपना व्याख्यान देंगे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की डाक्यूमेन्ट्री का प्रदर्शन, पूर्व छात्र सम्मान सहित सांस्कृतिक गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी।