डुमरांव : कृषि कालेज का अधूरा विकास कार्य जल्द होगा पूरा

बक्सर

-जल्द बनेगा द्वितीय तल का छात्रावास।अस्पताल एवं अधूरा प्रेक्षागृह का निर्माण कार्य होगा पूरा।बंद पड़े व्यायामशाला को खोला जाएगा।

बक्सर/विक्रांत। शाहाबाद प्रक्षेत्र का अकेला डुमरांव स्थित कृषि कालेज के परिसर में निर्माण कार्य पूरा नहीं होने के चलते कई विकास कार्य अधर में लटका हुआ था। वर्षो बाद नए पदस्थापित प्राचार्य सह अधिष्ठाता प्रो.मुकेश कुमार सिन्हा ने विकास कार्यो को पूरा कराने को राशि ढ़ूढ निकाली है। अब जल्द ही अधर में लटके प्रेक्षागृह व अस्पताल के भवन का निर्माण पूरा कराया जाएगा। साथ ही कालेज में छात्रों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नए सिरे से द्वितीय तल के छात्रावास का निर्माण कराया जाएगा।

कृषि कालेज के प्राचार्य सह अधिष्ठाता प्रो. मुकेश कुमार सिन्हा नें बताया कि काफी खोज खबर लेने के बाद विभिन्न विकास कार्य मद की करीब 8 करोड़ राशि उपलब्ध पाई गई। प्राचार्य ने बताया कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डा.डी.आर.सिंह के निर्देश पर राशि निर्गत कराने को संबधित यूनिट के पास पत्राचार किया गया है।

विवि के एमओयू द्वारा विकास राशि निर्गत करने संबधी कार्यवाही किए जाने के बाद विकास कार्य के मामले में कृषि कालेज को नई उंचाई मिलना तय है। प्राचार्य सह अधिष्ठाता ने पूछे जाने पर बताया के बंद पड़े व्यायामशाला को जल्द ही छात्र छात्राओं के लिए खोल दिया जाएगा। व्यायामशाला को संचालित किए जाने को लेकर प्रक्रिया शुरू है।

‘कालेज का टमाटर प्रसंस्करण यूनिट निजी हाथ को दिया जाएगा’
वीर कुंवर सिंह कृषि कालेज के परिसर में मूल्य संवर्द्धन को लेकर निर्मित टमाटर प्रसंस्करण यूनिट को कालेज प्रबंधन ने निजी हाथों को सौंपने का निर्णय लिया है। प्राचार्य सह अधिष्ठाता प्रो.मुकेश कुमार सिन्हा ने बताया कि टमाटर प्रसंस्करण यूनिट का उपयोग कृषि कालेज के छात्र छात्राआंें को प्रैक्टिकल कराए जाने को किया जाता था। पर अधिकांश समय बंद रहता था।

प्राचार्य प्रो.सिन्हा ने बताया कि क्षेत्र में टमाटर की अधिक उपज व किसानों के कल्याण को देखते हुए साल भर टमाटर प्रसंस्करण यूनिट चालू कराए जाने को निजी हाथों को प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। निजी हाथों को टमाटर प्रसंस्करण यूनिट को प्रदान किए जाने के बाद क्षेत्र के टमाटर की खेती करने वाले किसानों को लाभ मिलेगा। साथ ही कालेज को आर्थिक लाभ मिलेगा। प्राचार्य प्रो.सिन्हा ने बताया कि कृषि कालेज के छात्र छात्राओं के प्रैक्टिकल कार्य पर कोई असर नहीं पड़ेगा।