Desk : आगामी 05 अगस्त को बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर अपनी स्थापना का 14वा वर्षगांठ मनायेगा इस अवसर पर आज दिनांक 02 अगस्त से 08 अगस्त तक तकनीकी सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है | विश्वविद्याल के माननीय कुलपति ने इस स्थापना दिवस को विशेष रूप से मानाने का फैसला लिया है और स्थापना दिवस को मात्र एक दिन न मना कर स्थापना सप्ताह के रूप में मानाने का संकल्प लिया है जिसे तकनीकी सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है।
इसके अंतर्गत सप्ताह के प्रत्येक दिन कृषि की विभिन्न तकनीकों पर कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। इसी क्रम में तकनीकी सप्ताह का शुभारम्भ “उर्वरकों के वैकल्पिक उपयोग” विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला के तौर पर माननीय कुलपति डॉ डी० आर० सिंह ने किया |
इस मौके पर विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के साथ-साथ देश के विभिन्न राज्यों के कृषि विश्वविद्यालयों के छात्रों जोकि अलग-अलग कृषि विज्ञान केंद्रों में रावे (RAWE) का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं उन्होंने अपना अनुभव साझा किया।
कुलपति महोदय ने इस कार्यशाला के अवसर पर छात्रों को बताया कि वह किसानों के बीच जाए तथा रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग कम करके उसकी जगह जैव उर्वरक का प्रयोग पर जोर दें क्योंकि रासायनिक उर्वरकों के अधिक प्रयोग के कारण मिट्टी, जल एवं स्वास्थ्य प्रदूषित हो रहे हैं।
इस कार्यशाला के अवसर पर विश्वविद्यालय निदेशक प्रसार शिक्षा डॉक्टर आर के सोहाने, अधिष्ठाता कृषि डॉक्टर ए के शाह, निदेशक शोध डॉक्टर ए के सिंह एवं सह प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ आर एन सिंह सहित सभी विभागों के विभाग के विभागाध्यक्ष एवं पीआरओ डॉ राजेश कुमार उपस्थित रहे.
स्थापना दिवस के अवसर पर भागलपुर जिला अन्तर्गत विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को विश्वविद्यालय के विभिन्न इकाइयों का भ्रमण के साथ-साथ कृषि सम्बंधित विभिन्न तकनीकों की जानकारी कृषि वैज्ञानिक/शिक्षकों द्वारा प्रदान की गयी | इसी क्रम में आज आनंद पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालय के विभिन्न इकाइयों का भ्रमण किया |
बच्चों ने मधुमक्खी पालन इकाई का भ्रमण करते हुए शहद उत्पादन के तकनीक को समझा और मधुमक्खियों के हमारे जीवन में महत्व से रूबरू हुए | इसके अलावा बच्चे हाईड्रोपोनिक इकाई, वर्मीकम्पोस्ट, होर्टीकल्चर, कृषि विज्ञान केंद्र के समेकित कृषि प्रणाली, बोटेनिकल गार्डन एवं प्रोडक्ट कल्टीवेशन, जैव उर्वरक कल्चर प्रयोगशाला, टिश्यु कल्चर प्रयोगशाला, फ़ूड डेवलपमेंट सेंटर, मीडिया सेंटर इत्यादि इकायों का भ्रमण किया एवं कृषि विज्ञान के विभिन्न पहलुओं से परिचित हुए |
बच्चों ने मिनी ऑडीटोरियम में विश्वविद्यालय कि एक झलक फिल्म “सफरनामा” को भी देखा एवं वैज्ञानिकों के साथ संवाद भी किया | कल DAV पब्लिक स्कूल के छात्र भ्रमण करेंगे।