— स्थानीय प्रशासन द्वारा की जा रही जांच पर विश्वास नहीं होने की कही बात
— पटना उच्च न्यायालय के सीटिंग जज की अगुवाई में आयोग गठित करने की मांग
— बाबा मणिराम अखाड़े पर नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में धरना
Biharsharif/Avinash pandey : बिहारशरीफ हिंसा मामले में भाजपा ने राज्यपाल से हस्तक्षेप करने की मांग की है। शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सचिव सम्राट चौधरी एवं नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने संयुक्त रूप से यह घोषणा की। बिहारशरीफ सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहारशरीफ हिंसा मामले को लेकर स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा की जा रही जांच पर उन्हें कतई भरोसा नहीं है। कहा कि पूरे मामले की जांच उच्च न्यायालय के सीटिंग जज की अगुवाई में एक आयोग का गठन हो। आयोग द्वारा ही पूरे मामले की जांच की जाये। इसके लिए उनकी पार्टी बिहार के राज्यपाल से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपेगी।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज में सनातन धर्म के लोग पूजा नहीं कर सकते। तुष्टिकरण की राजनीति की जा रही है। बिहार को तुष्टीकरण की आग में नहीं झोका जा सकता है। बिहारशरीफ के सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जिस प्रकार आज सोते हुए लोगों के बीच से रथ को बाबा मणिराम अखाड़ा पहुंचाने का काम प्रशासन के द्वारा किया गया जो कि सरासर गलत है। सरकार के दबाव में डीएम ने वहां रथ पहुंचाने का काम किया है। उन्होंन कहा कि मुख्यमंत्री के कथनी में समरूपता नहीं है। प्रशासनिक अराजकता की बात करते हुए कहा कि प्रशासन द्वारा पीड़ित परिवार को परेशान किया जा रहा है।
भारतीय जनता पार्टी एवं संघ को बदनाम करने का काम किया जा रहा है। एक प्रश्न का जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कभी रावण भी हनुमान जी को बंदी बनाने का प्रयास किया था। उसका क्या हर्ष हुआ यह पूरा संसार जानता है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वह प्रदेश अध्यक्ष एवं अपने कार्यकर्ताओं के साथ बाबा मणिराम अखाड़े के समीप धरना देंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्थानीय विधायक डॉ सुनील कुमार, बीजेपी के जिलाध्यक्ष इंजीनियर रविशंकर प्रसाद सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष रामसागर सिंह सुधीर सिंह, छोटन सिंह, अरुण सिंह, गोपी कुमार, धीरेंद्र रंजन, वीरेंद्र कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे। शुक्रवार को सर्किट हाउस के समीप सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एसडीपीओ डॉक्टर मोहम्मद शिब्ली नोमानी के नेतृत्व में पुलिस टीम जुटी थी। इंस्पेक्टर दीपक कुमार सोहसराय थानाध्यक्ष मुन्ना कुमार सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी सर्किट हाउस में मौजूद थे।