नालंदा : जिले में डायरिया से बचाव को लेकर चलेगा सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा

बिहारशरीफ

बिहारशरीफ/अविनाश पांडेय: जिले भर में सघन दस्त पखवाड़ा का आयोजन किया जायेगा। जिसके माध्यम से संबंधित क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता द्वारा अपने पोषक क्षेत्र में घर-घर जाकर पांच आयु वर्ग तक के सभी बच्चों के बीच ओआरएस पैकेट का वितरण करेंगी। जबकि, दस्त ग्रसित बच्चों को समुचित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिले के सभी स्वास्थ्य स्थानों को पर्याप्त मात्रा में जिंक टैबलेट और ओआरएस घोल उपलब्ध कराई जाएगी। ताकि आवश्यकतानुसार पीड़ित बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा सके और पीड़ित बच्चे सुविधाजनक तरीके से अपना उपचार करा सकें। इसे सुनिश्चित करने को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के प्रशासी पदाधिकारी कमल नयन ने पत्र जारी कर प्रदेश के सभी सिविल सर्जन को आवश्यक निर्देश दिए हैं।

नालंदा जिला को 550994 ओआरएस पैकेट एवं 237447 जिंक टैबलेट कराये जायेंगे उपलब्ध
जारी पत्र में संलग्न सूचि के अनुसार नालंदा जिले में अनुमानित आवश्यकता को देखते हुए 550994 ओआरएस पैकेट एवं 237447 जिंक टैबलेट उपलब्ध कराये जायेंगे। मानसून सत्र के दौरान आयोजित किये जाने वाले इस पखवाड़े में प्रयास किये जायेगा कि किसी भी बच्चे में मौसम में बदलाव के कारण निर्जलीकरण की स्थिति में घर में ही तत्काल ओआरएस तथा जिंक टैबलेट के माध्यम से प्रबंधन हो सके।

जानें क्या है डायरिया और लक्षण
मल का ज्यादा ज्यादा पतला या पानी जैसी होना ही डायरिया (दस्त) का पहला लक्षण है। इसके अलावा बच्चा बेचैन व चिड़चिड़ा है, अथवा सुस्त या बेहोश है।बच्चे को बहुत ज्यादा प्यास लगना अथवा पानी ना पीना. चिकोटी काटने पर पेट के बगल की त्वचा खींचने पर धीरे-धीरे पूर्वावस्था में आना अर्थात त्वचा के ललीचेपन में कमी आना आदि डायरिया का ही कारण और लक्षण है।

डायरिया होने पर 14 दिनों तक जिंक का करें सेवन
डायरिया होने पर लगातार 14 दिनों तक जिंक का सेवन करें। 02 माह से 06 माह तक के बच्चों को जिंक की 1/2 गोली 10 मिग्रा पानी में घोलकर या माँ के दूध के साथ घोलकर चम्मच से पिलाएं. 06 माह से 05 साल के बच्चों को एक गोली साफ पानी के साथ माँ के दूध में घोलकर पिलाएं. जबकि, दो माह से कम आयु के बच्चों को 05 चम्मच ओआरएस प्रत्येक दस्त के बाद पिलाएं. 02 माह से 02 वर्ष तक बच्चे को 1/4 ग्लास से 1/2 ग्लास प्रत्येक दस्त के बाद पिलाएं। 02 से 05 वर्ष तक के बच्चों को 1/2 से ग्लास प्रत्येक दस्त के बाद पिलाएं.

साफ-सफाई का रखें विशेष ख्याल
डायरिया से बचाव को लेकर साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। इसके लिए खाने से पहले हाथों की नियमित तौर पर अच्छी तरह सफाई करें।घर के आसपास गंदगी और जलजमाव नहीं होने दें।

गर्म व ताजा खाना का करें सेवन
डायरिया से बचाव को लेकर गर्म व ताजा खाना खाएं और बासी खाना से दूर रहे हैं। साथ ही गर्म पानी का सेवन करें तो यह और बेहतर होगा। फ्रिज में रखें खाना खाने से परहेज करें। इसके अलावा समय पर खाना खाएं और अधिक देर तक भूखा नहीं रहें।