नालंदा : जिला कांग्रेस कमिटी ने आजादी की 75 वीं वर्षगांठ पर आजादी की गौरव यात्रा पदयात्रा के रूप में निकाली, 16 किलोमीटर पदयात्रा कर नालंदा के मोहनपुर गांव पहुंची

बिहारशरीफ

जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार ने गांव में अवस्थित स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी की प्रतिमा एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पदयात्रा समाप्त किया
– कहा कि केंद्र सरकार देश में नफरत फैलाने का कर रही है काम

बिहारशरीफ/अविनाश पांडेय: रविवार 14 अगस्त को जिला कांग्रेस कमिटी नालन्दा के अध्यक्ष दिलीप कुमार की अध्यक्षता में आजादी की 75 वीं वर्षगांठ पर आजादी की गौरव यात्रा पदयात्रा के रूप में निकाली गई। यह पदयात्रा जिला कांग्रेस कमिटी कार्यालय राजेंद्र आश्रम से चलकर अनुग्रह पार्क में गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए भराव पर चौक से होते हुए कारगिल पार्क में शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए करीब 16 किलोमीटर पदयात्रा कर नालंदा के मोहनपुर गांव में अवस्थित स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी की प्रतिमा एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पदयात्रा समाप्त किया गया। आज का यह पदयात्रा कई मायनों में अलग दिख रहा था।

सैकड़ों लोग अपने हाथों में देश का तिरंगा लिए आजादी के गीत गाते हुए बहुत ही संयमित तरीके से पदयात्रा कर रहे थे। मोहनपुर में ही 95 वर्षीय राजेन्द्र सिंह जिन्होंने आजादी की लड़ाई के समय महात्मा गांधी जी ,नेहरू जी पटेल साहब एवं कई अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के साथ सत्याग्रह में भाग लिया था। इनके द्वारा ही इस गांव में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की प्रतिमा लगाई गई है। जिला कांग्रेस कमिटी के द्वारा आजादी के सिपाही राजेन्द्र सिंह को शॉल मोमेंटो एवं कांग्रेस पार्टी का तिरंगा अंग वस्त्र देकर उन्हें सम्मानित किया गया।

इस सम्मान से वह काफी भावविभोर हो गए। उन्होंनेअपनी आंखों के आंसुओं को रोकते हुए बताया कि मैं आजादी के समय का साक्षात गवाह हूं। उन्होंने कहा कि आज जिस अवस्था में हम लोग इस उम्र में आजाद हिंदुस्तान को देख रहे हैं, वह कहीं से भी आजाद नहीं दिख रहा है। आज हिंदुस्तान पूरी तरह से मतलबी एवं फरेबी नेताओं के चंगुल में फंसा हुआ है। उन्होंने यह भी बताया कि शायद जिन लोगों ने आजादी की लड़ाई में अपनी कुर्बानी दी, अगर वह जानते कि देश को इस हाल में करने वाला भी शासक आएगा तो कभी वह लोग देश को आजाद नहीं करवाते।

जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार ने बताया कि आज जिस तरह से तिरंगे का प्रचार- प्रसार किया जा रहा है, शायद वर्तमान की सरकार यह भूल चुकी है कि हमारा तो इतिहास ही रहा है तिरंगा में लिपट कर जाने का। इसी तिरंगे को लेकर आजादी के लाखों दीवाने हिंदुस्तान को आजादी दिलाने में शहीद हुए हैं। हिंदुस्तान की जनता ने यह दिखा दिया की तिरंगा ही हमारी शान है। तो वर्तमान की सरकार की चाभी जिसके पास है। वह आर एस एस ने समझ लिया की अब इसे बदला नहीं जा सकता है तो आज वह देश भक्ति का गीत गा रहे हैं।

आज वह अपने आप को देशभक्त साबित करने में लगे हुए हैं। पूरा हिंदुस्तान जानता है की 15 अगस्त एवं 26 जनवरी को हर घर में बच्चे से लेकर बूढ़े और नौजवान सभी लोग अपने अपने हाथों में पूर्व से ही तिरंगा लेकर चलते आ रहे हैं। आज जिस तरह से तिरंगा का प्रचार प्रसार किया जा रहा है कहीं न कहीं वह सरकार की नाकामी को दिखाता है। उन्होंने आजादी की चर्चा करते हुए कहा कि यह देश सभी संप्रदायों का एक जीता जागता हुआ उदाहरण है। यह देश जितना हिंदुओं का है उतना ही मुसलमानों का भी है।

उतना ही सिख धर्मावलंबियों का भी है और उतना ही ईसाई धर्मावलंबियों का भी है। हमारे देश को आजादी दिलवाने वाले महानायकों ने पहले से ही यह नारा दे रखा है कि हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई आपस में है भाई भाई। जिला अध्यक्ष दिलीप कुमार ने बताया कि हम कांग्रेसी इसी तरह पदयात्रा कर जनता को यह बताने का काम करेंगे कि हमारे आजादी के दीवानों ने किस तरह अपनी शहादत इस देश की जनता के लिए दिए। लेकिन वर्तमान की सरकार उस शहादत को मिटाने में लगी हुई है। दिलीप कुमार ने जिले वासियों एवं प्रदेशवासियों के साथ-साथ देशवासियों को 75 वें स्वतंत्रता दिवस की शुभकामना देते हुए कहा कि आप लोग भी देश के लिए बलिदान होने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को कभी नहीं भूलें एवं साथ ही साथ अपने घर के अगले पीढ़ी के नौजवानों नौनिहालों को भी यह बताने का काम करें की हमारे देश के वीर सपूतों ने किस तरह अपने एवं अपने परिवार की चिंता किए बगैर अपनी शहादत देकर हमें आजाद कराया।

यह सरकार आपसी भाईचारे को मिटाकर सभी सम्प्रदाय को एक दूसरे से लड़वाकर फूट डालो और राज करो की नीति पर चल रही है। आज मुसलमानों से ही देशभक्ति का सबूत माँगा जा रहा है। आज की यह आजादी की गौरव पदयात्रा कई मायनों में ऐतिहासिक रहा। किसी भी पार्टी या संगठन के द्वारा इस जिले में इस तरह तिरंगा लेकर स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हुए इतनी लंबी पदयात्रा नहीं की गई है। यह जिला कांग्रेस नालंदा के द्वारा एक मिसाल पेश किया गया है। इस पदयात्रा में जिला कांग्रेस कमिटी के सभी पदाधिकारी गण मोर्चा संगठनों के सभी पदाधिकारी गण सभी प्रखंड अध्यक्ष एवं प्रखंड कांग्रेस कमिटी के पदाधिकारियों के साथ साथ कांग्रेसियों का जन सैलाब सा नालंदा की सड़कों पर अपने देश के बलिदानियों के लिए उमड़ पड़ा था। जिसमें उनके साथ देने के लिए शहर एवं गांव की जनता ने भी अच्छी संख्या में इस पदयात्रा में भाग लिया।